नावकोठी : व्याकुल कर देने वाली उमस भरी गर्मी और अनियमित बिजली से उपभोक्ता परेशान…

नावकोठी/बेगूसराय : प्रखण्ड क्षेत्र अन्तर्गत काफी उमस भरी गर्मी, बिजली की अनियमित आपूर्ति एवं बिजली की आंख मिचौली से बिजली उपभोक्ता काफी परेशान है।बिजली पर निर्भर रहने वाले उपभोक्ताओं के समक्ष बिजली आपूर्ति को लेकर गंभीर समस्या बनी हुई है।भयंकर कुंभलाती गर्मी में भी लोड सेडिंग के कारण क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

नावकोठी बिजली विभाग के कनीय अभियंता नीरज कुमार ने बताया कि मंझौल ग्रीड से कम बिजली आपूर्ति के कारण लोड सेडिंग होता है।जितना बिजली उपलब्ध रहता है उसके अनुसार पाँचों फीडर को रोटेशन के अनुसार वितरण किया जाता है।

वहीं एसडीओ मंझौल राजीव रंजन कुमार मझौल के द्वारा नावकोठी पावर स्टेशन को बिजली कम मिलने पर अनभिग्यता जाहिर करते हुए बताया कि मुझे जानकारी नहीं है।इसके लिए आप बिजली डिस्ट्रीब्यूटर मंझौल से जानकारी लीजिए।

विदित हो कि मंझौल पावर ग्रिड से नावकोठी सब स्टेशन के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है।बाद में उन्होंने भी बिजली की कम उपलब्धता पर रोटेशन के अनुसार बिजली सप्लाई पर सहमति जताई।नावकोठी पावर ग्रिड की बिजली खपत 4 से 5 मेगावाट है।मंझौल पावर ग्रीड से मात्र एक से डेढ़ मेगावाट बिजली आपूर्ति और कभी जीरो कर दिया जाता है जिसके कारण क्षेत्र में बिजली सप्लाई में उपभक्ताओं को बिजली की आंख मिचौली और अनियमितता झेलनी पड़ती है।

जबकि 33KVA के डबल लाइन मंझौल और बखरी मौजूद होने के बावजूद कभी मात्र एक केवी,कभी डेढ़ या दो केवी,कभी o कर दिया जाता है।शनिवार को शाम के 4 बजे बिजली कटने के बाद 8:35 बजे रात्रि में बिजली का दर्शन हुआ।फिर लगभग 12 बजे से डेढ़ बजे तक बिजली बंद रहा।

वहीं रविवार की सुबह पांच – छः बार आंख मिचौली के बाद मझौल ग्रिड से 10:30 बजे नावकोठी को लाइन सप्लाई किया गया।जबकि बखरी और मंझौल दोनों जगह से यदि डेढ़-दो केवी बिजली उपलब्ध करवा दिया जाए तो किसी तरह क्षेत्र में बिजली सप्लाई में हो रहे अनियमितता को दूर किया जा सकता है।

बिजली उपभोक्ताओं ने बताया कि एक ओर बिहार सरकार यह घोषणा करते नहीं थक रही है कि बिहार बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर के साथ बिजली बेचने की स्थिति में आ गई है।दूसरी ओर भयानक और कुंभलाती गर्मी की स्थिति में भी बिजली की आंख मिचौली और अनियमितता लगातार जारी है।

कभी दिन तो कभी रात बिजली गुल रहने से जनजीवन अस्त- व्यस्त रहता है।वहीं 24 घंटे में लगभग 50 बार बिजली की आंख मिचौली से बिजली उपभोक्ताओं में काफी नाराजगी देखी जा रही है।इससे सरकारी घोषणाओं की पोल खुल रही है।लोग गर्मी से परेशान होकर रात में जागने पर मजबूर हैं।

एक ओर भीषण गर्मी तो दूसरी ओर घंटों बिजली बंद रहने से उपभोक्ताओं का जीना दुश्वार हो गया है।बिजली कम मिलने के कारण सप्लाई में हो रहे अनियमितता से उपभोक्ताओं का आक्रोश स्थानीय बिजली विभाग के कर्मचारियों को झेलना पड़ रहा है।

वहीं बिजली ऑपरेटर आदित्य कुमार,शुभंकर कुमार,ललित कुमार और सुबोध कुमार ने बताया की ड्यूटी के दौरान गाली-गलौज की नौवत आ जाती है।वहीं बिजली विभाग के वरीय पदाधिकारी सुधरने को तैयार नहीं है।सिर्फ स्मार्ट मीटर लगाने से बिजली व्यवस्था में सुधार होगा ऐसा दिखाई प्रतीत नहीं होता।

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