Friday, July 26, 2024
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Tatkal Ticket: आखिर काउंटर से जल्दी क्यों बुक हो जाता है तत्काल टिकट? मोबाइल-लैपटॉप में थरथर…

Tatkal Ticket: तत्काल टिकट प्रणाली का उपयोग कन्फर्म ट्रेन टिकट तुरंत प्राप्त करने के लिए किया जाता है। तत्काल टिकट ट्रेन (Tatkal Ticket) के प्रस्थान से एक दिन पहले बुक किया जाता है। अगर लोगों को अचानक कहीं जाना होता है तो वे तत्काल टिकट ही बुक कराते हैं। हो सकता है आपने भी ऐसा कई बार किया हो।

तत्काल टिकट बुक करते समय क्या आपने कभी गौर किया है कि खुद से या किसी इंटरनेट कैफे से तत्काल टिकट बुक करने में काफी दिक्कत होती है। इसके लिए आपको सब कुछ पहले से ही तैयार करना होगा। इसके बावजूद तत्काल टिकट बहुत तेजी से बिकते हैं और आप कन्फर्म टिकट पाने से चूक जाते हैं।

क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? आज हम आपको इसके पीछे की बेहद आसान लेकिन दिलचस्प वजह बताएंगे। यहां सारा खेल कनेक्टिविटी का है। मुख्य बिंदु पर आने से पहले भारत की आरक्षण प्रणाली के बारे में थोड़ा जान लेना आवश्यक है। भारतीय रेलवे की यात्री आरक्षण प्रणाली को 4 जोन में बांटा गया है।

दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता। इन चारों जगहों को आपस में ऑप्टिकल फाइबर के जरिए जोड़ा गया है। देश का हर रेलवे स्टेशन भी इसी तरह ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ा हुआ है। अगर दिल्ली के आसपास किसी स्टेशन पर टिकट बुक किया जा रहा है तो वह दिल्ली पीआरएस के जरिए ही होगा।

अब मुख्य बात : इन चारों जगहों पर रेलवे के सर्वर लगे हैं। इन सर्वरों के जरिए ही टिकट जेनरेट किए जाते हैं। अब यहां कनेक्टिविटी महत्वपूर्ण है। ये चारों सर्वर पहले से ही एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। इन सर्वर के जरिए टिकट काउंटर से लेकर आईआरसीटीसी की वेबसाइट और कई अन्य सेवाएं काम कर रही हैं। रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर का इन सर्वरों के जोड़ से सीधा संबंध है। इस संबंध के बीच में कोई रुकावट नहीं है। ये काउंटर सर्वर की प्राथमिकता पर हैं। इसलिए टिकट काउंटर से टिकट बहुत जल्दी बुक हो जाते हैं।

लैपटॉप-मोबाइल से जल्दी बुकिंग क्यों नहीं हो पाती : इस सर्वर से आईआरसीटीसी की वेबसाइट भी जुड़ी हुई है। लेकिन यह यहां से सीधे तौर पर जुड़ा नहीं है। सर्वर और साइट के बीच इंटरनेट क्लाइंट, वेब सर्वर और फायरवॉल हैं। भारतीय रेलवे की वेबसाइट और आईआरसीटीसी की इंटरनेट बुकिंग प्रणाली इस फ़ायरवॉल से जुड़ी हुई है। इसलिए इंटरनेट के जरिए टिकट बुक करने में समय लगता है और तब तक सारे टिकट बिक जाते हैं। आपको बता दें कि चार्टिंग सिस्टम और इंक्वायरी भी इस सर्वर से सीधे जुड़े हुए हैं।

सुमन सौरब

सुमन सौरब thebegusarai.in वेबसाइट में मार्च 2020 से कार्यरत हैं। लगभग 4 साल से डिजिटल मीडिया में काम कर रहे हैं। बिहार के बेगूसराय जिले के रहने वाले हैं। इन्होंने LNMU से स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। अपने करियर में लगभग सभी विषयों (राजनीति, क्राइम, देश- विदेश, शिक्षा, ऑटो, बिजनेस, क्रिकेट, लाइफस्टाइल, मनोरंजन आदि) पर लेखन का अनुभव रखते हैं। thebegusarai.in पर सबसे पहले और सबसे सटीक खबरें प्रकाशित हों और सही तथ्यों के साथ पाठकों तक पहुंचें, इसी उद्देश्य के साथ सतत लेखन जारी है।