Monday, July 8, 2024
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अब 15 साल पुरानी गाड़ी से मिलेगा छुटकारा- मामूली खर्च में मिल जाएगा नया Electric Car..

Convert Old Vehicle To Electric : राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ते प्रदूषण और महंगे होते हुए ईधन Fuel को देखते हुए इलेक्ट्रिक वाहनों चलन भी अब काफी बढ़ रहा है. इसलिए डीजल या पेट्रोल से चलने वाले पुराने वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहन EV में बदलकर सड़कों पर फिर से दौड़ाने की सारी जानकारी घर पर बैठे मिलेगा. दिल्ली सरकार पेट्रोल और डीजल के पुराने वाहनों को इलेक्ट्रिक कार में बदलने के लिए जल्द Online सुविधा भी उपलब्ध कराने जा रही है.

दिल्ली के परिवहन विभाग इसके लिए NIC के साथ मिलकर एक सॉफ्टवेयर भी विकसित कर रहा है. इसके जरिए पुराने वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहन में तब्दील करने वाली कंपनियों से लेकर उत्पाद, खर्च और RTO पंजीकरण तक की जानकारी मिलेगी. परिवहन विभाग की इस पहल से लाखों वाहन मालिकों को अब फायदा भी मिलेगा.

पिछले साल ही मंजूरी मिली थी : गौरतलब यह है कि दिल्ली सरकार ने बीते साल नवंबर में 10 साल पुराने डीजल और 15 वर्ष पुराने पेट्रोल वाहनों को इलेक्ट्रिक में तब्दील करके सड़कों पर चलाने की मंजूरी भी दी थी. उसके बाद इसे लेकर लोगों की परिवहन विभाग में सवालों की संख्या भी बढ़ रही थी. फिलहाल दिल्ली में अभी तक ऐसा कोई भी बाजार नहीं है, जहां जाकर पुराने वाहनों को E-Car में तब्दील कराया जा सके.

एक ही प्लेटफॉर्म पर मिलेगी ये सुविधा : एक मीडिया हाउस की खबर के अनुसार परिवहन विभाग ने ऐसे वाहन मालिकों को एक ही प्लेटफॉर्म पर सुविधा देने के लिए यह पहल भी की है. इसे लेकर विभाग ने अब तक कुल 11 कंपनियों को सूचीबद्ध किया है. Online Portal के जरिए इलेक्ट्रिक किट निर्माता, वितरक, किट लगाने वाले सेंटर और वाहनों में इलेक्ट्रिक रेट्रोफिटमेंट करने वाली कंपनियां एक ही जगह उपलब्ध भी होंगे.

सुमन सौरब

सुमन सौरब thebegusarai.in वेबसाइट में मार्च 2020 से कार्यरत हैं। लगभग 4 साल से डिजिटल मीडिया में काम कर रहे हैं। बिहार के बेगूसराय जिले के रहने वाले हैं। इन्होंने LNMU से स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। अपने करियर में लगभग सभी विषयों (राजनीति, क्राइम, देश- विदेश, शिक्षा, ऑटो, बिजनेस, क्रिकेट, लाइफस्टाइल, मनोरंजन आदि) पर लेखन का अनुभव रखते हैं। thebegusarai.in पर सबसे पहले और सबसे सटीक खबरें प्रकाशित हों और सही तथ्यों के साथ पाठकों तक पहुंचें, इसी उद्देश्य के साथ सतत लेखन जारी है।