जब बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए माँ ने गिरवी रखी सुहाग की निशानी, जानिए पूरा मामला

डेस्क : कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार अभी 31 अगस्त तक स्कूल, कॉलेजों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है।इस दौरान बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो इसे ध्यान में रखते हुए कई राज्यों की सरकारें और निजी संस्था ने दूरदर्शन रेडियो के जरिए और ऑनलाइन पढ़ाई करवा रहे हैं। यही वजह है कि भारतीय बाजार में मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर की खरीद में काफी उछाल आया है।

इसी बीच कर्नाटक के गंडक के जिले के नारगुंड तालुक मे राडर नागपुर गांव की कस्तूरी चोलावादी से एक अनोखा मामला सामने आया है चार बच्चों की मां ने अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए सुहाग की निशान मंगलसूत्र तक गिरवी रख दिया। मंगलसूत्र को गिरवी रखकर महिला ने बच्चों के लिए टीवी खरीदा ताकि उनके बच्चे दूरदर्शन पर चलाए जा रहे क्लासेज को देख सकें। जब इस घटना को तहसीलदार के ध्यान में लाया गया तो उन्होंने गांव के अधिकारियों को यह जांचने के लिए भेजा कि वास्तविकता क्या है? बाद में धन उधार देने वाले ने स्थिति का एहसास किया और महिला को मंगलसूत्र वापस देने के लिए सहमत हो गया, इसके साथ ही उसने परिवार से कहा कि जब भी वह सक्षम हो पैसे वापस कर दें।

महिला ने कहा मैंने महसूस किया कि बच्चों की भविष्य दांव पर है महिला ने कहा कि दूरदर्शन बच्चों के लिए क्लासेस चलाता है हमारे पास टेलीविजन नहीं था बच्चे टेलीविजन देखने के लिए दूसरे के घर जाते थे, जब शिक्षकों ने कहा कि उन्हें कक्षाओं के लिए टीवी देखना है तो मैंने महसूस किया कि उनका भविष्य दांव पर है किसी ने मुझे टेलीविजन खरीदने के लिए कर्ज़ नहीं दिया इसलिए मैंने सोचा कि अपने मंगलसूत्र को गिरवी रख दे, महिला का पति मुत्तप्पा दिहाड़ी मजदूर हैं कोरोना संकट के कारण उनके पास नौकरी नहीं है, उनके तीन बच्चे कक्षा 7 और 8 में पढ़ रहे हैं उनकी बेटी की शादी हो चुकी है।

नेताओं ने भी की मदद इनकी परिस्थिति को देखते हुए कुछ स्थानीय लोगों ने परिवार के लिए पैसे जमा किया और कुछ राजनेताओं को भी संपर्क किया. इसके बाद कांग्रेस विधायक जमीर अहमद अहमद ने 50,000 और राज्य मंत्री सीसी पाटिल ने 20,000 रुपये भेजें।