शादी की उम्र बढ़ाने को लेकर नेताओं के बिगड़े बोल,कहा, “शादी की उम्र बढ़ने से लड़कियां करेंगे आवारा गर्दी”

न्यूज़ डेस्क : हाल ही में सरकार द्वारा लड़कियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 कर दी गई है, जिस पर अब कई लोग अपनी अपनी राय और टिप्पणियां दे रहे हैं। हमारे समाज में बेटियों से जुड़े मसलों को लेकर हमेशा से ही बहस होती रही है। बड़े ही अफसोस की बात है कि हमारे पुरखाओं ने हमेशा ही अपनी पृितसत्तात्मक सोच को वरियता देते हुए महिलाओं के हितों को दरकिनार किया जिसका नतीजा यह हुआ कि स्त्रियां हमेशा ही शोषित होती रहीं। सरकार के इस फैसले को लेकर जहां पूरे देश में खुशी की लहर है। हर शख्स इस फैसले का स्वागत कर रहा है, तो वहीं कुछ ओछी मानसिकता के लोग हैं, जो इस फैसले की जोरदार मुखालफत कर रहे हैं।

इन्हीं में से एक समाजवादी पार्टी के नेता शफीकुर्ररहमान बर्क हैं। इन्होंने सरकार के इस फैसले के विरोध में ऐसे-ऐसे तर्क दिए हैं जिसे जानकर आप हैरान रह जायेगे । सपा सांसद ने मोदी सरकार के फैसले का विरोध करते हुए कहा कि गरीब आदमी चाहता है कि उसकी बेटी की शादी की जल्द से जल्द हो जाए और 18 साल शादी के लिए बिल्कुल वाजिब उम्र है।

उन्होंने आगे कहा कि देश का माहौल खराब है। क्या इससे वो बच पाएंगी और दिनों दिन मुल्क के हालात खराब होते जा रहे हैं। ऐसे में सरकार का उक्त फैसला दुर्भाग्यूपर्ण है। रही पढ़ाई की बात, तो शादी के बाद भी बेटियां पढ़ाई कर सकती हैं। उन्हें उनके सुसराल वाले थोड़ी न रोकेंगे। इतना ही नहीं उन्होंने यह तक कह दिया कि बेटियों की उम्र 21 साल होने से अवारा हो जाएंगी।

इतना ही नही सिर्फ एक नेता नही कई सारे नेता एक साथ इस प्रस्ताव पर टिप्पणियां कर रहे हैं।शफीकुरहमान देश की बेटियों का अपमान कर रहे हैं, ऐसा बयान देकर समाज की छवि करते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को इस संदर्भ में अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए, जो मथुरा और काशी के विकास पर ज्ञान देते हैं।

शफीक उर रहमान के सुर में सुर मिलाते हुए अब पार्टी के एक और सांसद एसटी हसन ने भी आपत्तिजनक बयान दिया है. उन्होंने लड़कियों की शादी की उम्र घटाने की बात कही है.उन्होंने कहा है कि लड़कियों की शादी की उम्र 21 नहीं 16-17 कर दी जानी चाहिए.