सावधान! Facebook-Instagram यूजर्स का डेटा हो सकता है चोरी, जानें- विस्तार से…..

Most Privacy Invasive Apps : आजकल के समय में हर कोई सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, वॉट्सऐप और ट्विटर (X ) पर एक्टिव हैं. ऐसे में एक रिपोर्ट के तहत कुछ ऐसे ऐप्स हैं, जिन्हें इस्तेमाल करते वक्त आपको सावधानी बरतनी पड़ सकती है. क्योंकि इस रिपोर्ट के अनुसार ये ऐप्स आपका डेटा कलेक्ट करते हैं.

दरअसल, Surf shark साइबर सेफ्टी कंपनी के मुताबिक, मेटा के फेसबुक और इंस्टाग्राम, 2 ऐसे ऐप्स हैं जो यूजर्स का सबसे अधिक डेटा की चोरी करते हैं और उसके बाद कंपनी इन चुराए गए डाटा का उपयोग अपने फायदे के लिए करती है. ऐसे में आज हम इसी से सम्बंधित आपको विस्तृत जानकारी विस्तार में देंगे।

रिसर्च में 100 ऐप्स शामिल थे

आपको बता दें कि Surf shark नाम की साइबर सेफ्टी एजेंसी द्वारा 100 बहुचर्चित ऐप्स को अपनी रिसर्च में शामिल किया गया था. जिनमें से फेसबुक और इंस्टाग्राम ही सिर्फ 2 ऐसे ऐप्स निकले जो सबसे अधिक डेटा कलेक्ट करते हैं.

हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब मेटा के इन दोनों ऐप्स को ‘मोस्ट इनवेसिव ऐप्स’ (Most Privacy Invasive Apps) की कटैगरी में रखा गया हो. बता दें कि इससे पहले भी दूसरी रिसर्च एजेंसीज ने इस बात का दावा किया है कि ये ऐप्स सबसे ज्यादा डाटा चुराते हैं.

दरअसल, साइबर सुरक्षा एजेंसी ने इन ऐप्स को 32 स्टैंडर्ड के बेसिस पर रैंक किया है, जो कि एप्पल की प्राइवेसी पॉलिसी का ही हिस्सा हैं. जिसमें पेमेंट इनफार्मेशन, लोकेशन, ब्राउजिंग हिस्ट्री आदि शामिल हैं. एजेंसी के रिसर्चर्स ने कहा कि, ‘क्योकि इंस्टाग्राम और फेसबुक मेटा प्लेटफॉर्म के प्रोडक्ट हैं, इसलिए इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि ये दोनों ऐप एक ही तरह से डेटा एकत्र करते और उसे रखते हैं.’

ये जानकारियां होती है कलेक्ट 

एजेंसी द्वारा पेश किये गए इस रिपोर्ट के मुताबिक सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक और इंस्टाग्राम एप्पल के डेटा पॉइंट्स में से 7 का उपयोग करते हैं. जिनमें यूजर्स का नाम, फोन नंबर, एड्रेस शामिल हैं जिससे वह यूजर्स को ट्रैक करने के लिए इस्तेमाल करते हैं.

Surf shark की रिपोर्ट से ये बात भी निकलकर सामने आई कि एलन मस्क की कंपनी ‘एक्स’ बहुत कम डेटा कलेक्ट करती है और काफी कम इनफार्मेशन ही थर्ड पार्टी एडवरटाइजर्स के साथ शेयर करती है. बता दें कि एक्स लगभग 22 डेटा पीसेज में से आधे से भी कम को ट्रैकिंग के लिए इस्तेमाल करती है.