Inverter में कितने कब-कब बैटरी में डालना चाहिए पानी? जान ले वरना मुश्किल में पड़ जाएंगे!

Inverter Battery Water Change : खास तौर पर बारिश और गर्मी के मौसम में लाइट कटने पर लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गर्मी में कहीं लाइट कट जाए तो लोग पसीने में भर जाते हैं और ऐसी जगहों पर ज्यादातर इन्वर्टर ही काम में आते हैं। आजकल अधिकतर लोग अपने घर में इन्वर्टर लगाते हैं जिससे बिजली जाने का पता ही नहीं चलता है।

लेकिन इन्वर्टर भी एक इलेक्ट्रॉनिक आइटम है और बाकी इलेक्ट्रॉनिक आइटम की तरह इसे भी देखभाल की जरूरत होती है। इसकी देखरेख अच्छे से नहीं की जाए तो इसकी लाइफ कम हो जाती है। इन्वर्टर को सही से चलने के लिए पानी चाहिए होता है जिसमें आप RO या नॉर्मल पानी नहीं डाल सकते है। इसके लिए आपको डिस्टिल्ट वाटर की जरूरत होती है, जो कि इन्वर्टर की बैटरी के लिए काफी फायदेमंद होता है।

इस बात के बारे में तो अधिकतर लोग जानते हैं कि इन्वर्टर की बैटरी में डिस्टिल्ड वाटर डाला जाता है। लेकिन ज्यादा लोगों को इस बात का नहीं पता कि कितने दिन में पानी बदलना चाहिए या इसमें नया पानी डालना चाहिए? ऐसा इसलिए क्योंकि समय के हिसाब से इसमें पानी की उपयोगिता कम हो जाती है।

कब डालना चाहिए पानी?

वैसे तो आपको हर थोड़े दिनों में इन्वर्टर का पानी देख लेना चाहिए। लेकिन जानकार लोगों के अनुसार हर 45 दिन में इन्वर्टर की बैटरी के पानी के स्तर को चेक कर लेना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि पानी न्यूनतम स्तर से नीचे ना जाये।

हर बैटरी पर इन्वर्टर बैटरी वाटर फिलर इंडिकेटर का निशान होता है, जिसमें पानी ग्रीन लाइन तक है तो सही है लेकिन पानी रेड लाइन से नीचे है तो इसे बदलने की जरूरत है।

अगर इन्वर्टर की बैटरी में पानी लाल निशान से नीचे चला जाता है तो इसमें आपको समय पर ही पानी बदल देना चाहिए। लेकिन पानी बदलते समय इन्वर्टर और पॉवर सॉकेट का बटन बंद होना चाहिए और प्लग को भी बोर्ड से बाहर निकाल दें, नहीं तो आपको करंट लग सकता है। इसके अलावा डिस्टिल्ट वाटर डालते समय हाथ में दस्ताने जरूर पहनें।