पूर्व क्रिकेटर का बड़ा बयान कहा, ‘कोच को लगा 10 पेग पीने के बाद मैं उठूंगा नहीं, लेकिन मैंने शतक जड़ दिया’

90 के दशक में खेल चुके पूर्व भारतीय खिलाड़ी और सचिन तेंदुलकर(Sachin Tendulkar) के साथ क्रिकेट करियर की शुरुआत करने वाले विनोद कांबली (Vinod Kambli) इन दिनों आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. हालात यह हैं कि घर चलाने के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं फिलहाल वह नौकरी की तलाश कर रहे हैं. उन्होंने यह बात खुद इंटरव्यू में कही है. वहीं अब कांबली नौकरी के लिए शराब छोड़ने को भी तैयार हैं.

उतार-चढ़ाव से भरा रहा है करियर विनोद कांबली का क्रिकेट करियर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है. वह भारत के सबसे युवा और दुनिया के तीसरे सबसे युवा बल्लेबाज है जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाया. 1993 में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने यह कारनामा किया था, तब उनकी उम्र महज 21 साल और 32 दिन थी. वह टेस्ट मैचों की 14 पारियों में सबसे तेज 1000 रन बनाने वाले भी भारत के सबसे युवा खिलाड़ी हैं.

बता दें कि विनोद के अलावा टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा तेज 1000 रन बनाने के मामले में इंग्लैंड के हरबर्ट सटक्लिफ और वेस्टइंडीज के एवर्टन वीक का नाम आता है, जिन्होंने 12 टेस्ट पारियों में 1000 रन बनाए थे. वहीं इन दोनों के बाद दूसरा स्थान पर क्रिकेट के महान खिलाड़ी डॉन ब्रैडमैन हैं, जिन्होंने 13 टेस्ट पारियों में 1000 रनों का रन का आंकड़ा हासिल किया था. विनोद कांबली इस सूची में तीसरे पायदान पर हैं. इतने शानदार रिकॉर्ड होने के बावजूद कांबली का करियर सिर्फ 17 टेस्ट मैचों तक ही चल पाया.

बाएं हाथ के इस पूर्व बल्लेबाज ने एक बार रात में 10 पैग शराब पीकर भी शतक लगाया. वहीं अब विनोद कांबली शराब छोड़ने के लिए भी तैयार हैं. बीसीसीआई(BCCI) द्वारा दी जा रही 30 हजार की पेंशन से मुंबई में वह अपना घर चला रहे हैं. हालांकि कांबली नौकरी के लिए अपनी लैविश लाइफ और शराब छोड़ने की बात कही है. वह महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन(Maharastra Cricket Association) के लिए काम करना चाहते हैं.उन्होंने कहा कि अगर मुझे कोचिंग की जिम्मेदारी मिलती है तो मैं शराब छोड़ दूंगा.