आखिर रेलवे हर तीसरे दिन कर्मचारी को नौकरी से क्यो निकल रहा है ? सामने आई बड़ी वजह..

डेस्क : इंडियन रेलवे (Indian Railways) देश में सबसे ज्यादा रोजगार पैदा करने के मामले में दूसरे नंबर है. केवल रक्षा क्षेत्र ही नौकरियां देने में इंडियन रेलवे से आगे है. लोग रेलवे की नौकरी पाने के लिए सालों तक कड़ी मेहनत करते हैं, परीक्षाएं देते हैं.

ऐसे में लोगों को अगर यह पता चले कि इस समय रेलवे हर 3 दिन में अपने एक कर्मचारी को नौकरी से निकाल रहा है तो उन्हें काफी झटका लगना लाजिमी है. और ये बात सच भी है. रेलवे वाकई में अपने कर्मचारियों को निकालने में लगा हुआ है. खबरों के मुताबिक पिछले 16 महीने में ही रेलवे ने हर तीसरे दिन कम से कम एक कर्मचारी को निकाला है.

रेलवे के कर्मचारी क्यों निकाले जा रहे?

बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक इंडियन रेलवे ने ये कदम विभाग में परफॉर्मेंस को आधार बनाते हुए उठाया है. इसके तहत पिछले 16 महीने में औसतन हर तीसरे दिन कम से कम एक कर्मचारी को निकाला गया है. अब तक रेलवे ने कुक 139 अफसरों को वॉलेंट्री रिटायरमेंट (VRS) लेने को कहा है. वहीं कुल 38 कर्मचारियों को नौकरी से ही हटा दिया है. इन कर्मचारियों, अधिकारियों में से कई लोगों को काम में ‘खराब प्रदर्शन’ के आधार पर निकाला गया है. वहीं कुछ की नौकरी भ्रष्टाचार के चलते बर्खास्त कर दी गयी है.

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इंडियन रेलवे ने 2 सीनियर ग्रेड के अधिकारियों को भी नौकरी से निकाल दिया है. इनमें से एक बड़े अधिकारी को CBI ने पकड़ा भी था. उसे हैदराबाद में 5 लाख की घूस लेते हुए पकड़ा गया था. दूसरे अधिकारी को रांची में 3 लाख रुपये की घूस लेते हुए धरा गया था.

DOPT के नियम के तहत लिया गया फैसला

इंडियन रेलवे ने डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग (DoPT) के सर्विस नियम 56(J) के तहत इन केंद्रीय कर्मचारियों को निकाला है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस नियम के तहत सरकारी कर्मचारियों को 3 महीने का नोटिस या 3 महीने की सैलरी देकर कभी भी सर्विस से रिटायर किया जा सकता है या फिर निकाला जा सकता है.