Indian Railway : ट्रेन में आपकी सीट पर कोई यात्री जबरदस्ती बैठ जाए तो बिना झगड़ा कैसे हटाए? जानें –

Railway : भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा बड़ा रेलवे नेटवर्क है और यह अपने यात्रियों की हर छोटी-मोटी सुविधा का ध्यान रखना है। इसलिए रेलवे (Railway) के द्वारा कई सारे ऐसे नियम बनाए गए हैं जो यात्रियों को सफर के दौरान सहूलियत प्रदान करते हैं। अब रेलवे ने अपने ट्विटर अकाउंट से भी यात्रियों को मदद करना शुरू कर दिया है।

अब आप घर से ट्रेन के टिकट से लेकर ट्रेन में खाना ऑर्डर करने तक सभी काम डिजिटल इंडिया की पहल के अनुसार कर सकते हैं। अक्सर आपने देखा होगा कि कई लोग होते हैं जो भारतीय रेल में सीटों पर कब्जा करके बैठ जाते हैं। हालांकि रेलवे के पास भी ऐसी कई शिकायतें आती रहती हैं। लेकिन रेलवे (Railway) ने ऐसी स्थिति से निपटने के लिए क्या नियम बनाए हैं इसकी जानकारी हम आपको आज दे रहे हैं।

सीट पर होता है कब्जा

रेलवे में सफर करते हुए आपने कई बार देखा होगा कि आपकी बुक की हुई सीट पर कोई अन्य व्यक्ति कब्जा करके बैठ जाता है। ऐसे में अगर आप उस व्यक्ति को अपनी सीट से उठने के लिए कहते हैं तो वह आनाकानी करने लग जाता है। कई बार वह सीट को एडजस्ट करने की सलाह भी देता है। ऐसी स्थिति में आप रेलवे से शिकायत कर अपनी सीट खाली करवा सकते हैं।

139 पर करें कॉल

रेलवे अधिकारियों के अनुसार अगर कोई व्यक्ति आपकी सीट या रिजर्व बर्थ पर कब्जा करता है तो सबसे पहले इसके शिकायत ट्रेन में मौजूद TTE से करनी चाहिए।अगर आप ऑनलाइन शिकायत नहीं कर सकते हैं तो रेलवे (Railway) के टोल फ्री नंबर 139 पर भी कॉल कर शिकायत सकते हैं।

‘रेलवे मदद’ पर करें शिकायत

ट्रेन के सेकेंड क्लास और स्लीपर से लेकर एसी क्लास में तक बिना टिकट के सफर करने वाले यात्री बैठे मिल जाते है। ऐसे में अगर कोई भी TTE आपके पास ना हो तो आप ‘रेलवे मदद’ पर शिकायत कर सकते हैं और बिना टिकट यात्रा कर रहे यात्री से सीट खाली करवाने के लिए शिकायत कर सकते हैं।

ऐसे करें शिकायत

  • सबसे पहले आपको https://railmadad.indianrailways.gov.in पर जाना होगा और मोबाइल नंबर दर्ज कर Send OTP पर क्लिक करना होगा।
  • अब मोबाइल नंबर पर आए OTP को दर्ज कर अपना PNR नंबर दर्ज करना होगा।
  • अब Type पर क्लिक करें और अपनी शिकायत चुनें। इसके बाद घटना की तारीख का चयन करें।
  • अब अपनी शिकायत को विस्तार में लिखकर सबमिट के बटन पर क्लिक कर दें। इस तरह आपकी शिकायत रेलवे तक पहुंच जाएगी।