Indian Railway: आखिर “राजधानी एक्सप्रेस” का नामकरण कैसे हुआ? जानें- कैसे तय होता है ट्रेनों के नाम…

Indian Railways: देश में राजधानी एक्सप्रेस (Rajdhani Express) को लोग बड़े ही इज्जत से देखते हैं राजधानी (Rajdhani Express) अपनी तेज गति के साथ साथ उत्तम व्यवस्था के लिए भी जानी जाती है। 90 के दशक में इस ट्रेन से सफर करना लोगों का सपना हुआ करता था। आज भी राजधानी (Rajdhani Express) लोगों की पहली पसंद है। हम आपको राजधानी से जुड़े कई रोचक तथ्य बता रहे हैं, जिसके बारे में आपको शायद ही पता हो तो आइए जानते हैं।

राजधानी एक्सप्रेस (Rajdhani Express) की 1969 में शुरुआत हुई थी, जिससे यह भारत की सबसे पुरानी एक्सप्रेस ट्रेनों में से एक बन गई। इस ट्रेन को नाम “राजधानी” देने के पीछे यह भी था कि इस ट्रेन के माध्यम से भारत के सभी राजधानी को जोड़ना था।

पहली राजधानी एक्सप्रेस हावड़ा और दिल्ली के बीच चली (First Rajdhani Express ran between Howrah and Delhi) थी। यह दक्षिण एशिया की पहली ट्रेन भी थी, जिसकी अधिकतम गति 120 किमी/घंटा थी। राजधानी का सब से छोटा रूट दिल्ली से जम्मू तवी के बीच है। इस यात्रा की दूरी यह 582KM है। इस तय करने में राजधानी को 9 घंटे लगते हैं।

राजधानी एक्सप्रेस पहली ऐसी ट्रेन थी, जो पूरी तरह से वातानुकूलित थी। ट्रेन में यात्रियों को यात्रा के दौरान भोजन भी परोसा जाता है। वर्तमान में भारत में 23 राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं, जो दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और अहमदाबाद जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ती हैं। राजधानी एक्सप्रेस भारतीय आधुनिकता और प्रगति का प्रतीक है और इसने भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।