जल जमाव से महामारी की आसंका, अतिक्रमण की वजह से बंद पड़ा नाला बना परेशानियों का सबब

खोदावंदपुर/बेगूसराय : एक ओर कोरोना संक्रमण के भय से लोग भयभीत है।फ़िलवक्त कोरोना के बढ़ते संक्रमण से उबड़ नही पाए की दूसरी ओर क्षेत्र में हो रहे लगातार बारिश ने लोगों की नींद उड़ा दिया है।प्रखंड क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण हुए जलजमाव से महामारी फैलने की आसंका से इनकार नही किया जा सकता।प्रखंड क्षेत्र के चलकी गांव स्थित वार्ड 10 और 11 में हुए जलजमाव भयानक स्थिति पैदा कर रखा है।एक माह से अधिक दिनों से क्षेत्र में पानी भरा रहने के कारण उससे अब सड़ांध उठने लगी है।

जल निकासी नही होने के कारण चलकी निवासी राम कुमार महतो,रामेश्वर महतो,रामाधार महतो,राम भरोस महतो,अर्जुन साह,पप्पु साह,महावीर महतो,राम बाबू महतो,बिनो पंडित,सुनील पंडित,राम भजन पंडित समेत दर्जनभर लोगो के घर आंगन और पिछवाड़े में पानी जमा है।जलजमाव होने कारण लोगो के घर से निकलना दूभर हो गया है। क्षेत्र में मच्छरों के प्रकोप बढ़ गया है।जिससे लोगों में जलजनित बीमारी बीमारी होने का खतरा बढ़ गया है। आसन्न परिस्थिति में चर्मरोग के प्रकोप की आशंका को नकारा नहीं जा सकता है। सर्दी,खांसी और बुखार होना तो आम बात है।ऐसा नही है कि जल निकासी की व्यवस्था नही है।जलजमाव वाले दोनो वार्डो में जल निकासी के लिए पक्का नाला वर्षो से बना पड़ा है।

लोग नाले की सफाई भी करना चाहते है,लेकिन सड़क किनारे बसे कुछ लोगो द्वारा नाले को अतिक्रमित कर लिए जाने से नाले की सफाई करवाने लोगो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जलजमाव से त्रस्त सामाजिक कार्यकर्ता व चलकी निवासी राम आधार महतो बतातें है कि खुद की खर्च और कुछ स्थानीय लोगो की मदद से बुधवार को उन्होंने नाला उड़ाही का काम शुरू किया।तो उन्हें कुछ लोगो के विरोध का सामना करना पड़ रहा है।उन्होंने बताया कि कुछ लोगो द्वारा नाले पर गिट्टी,बालू,ईट रखने के अलावे गोहाल बनाकर अतिक्रमित कर लिया गया है।

जिससे नाले की ढक्कन खोलने में परेसानी हो रही है।इस दौरान अतिक्रमणकारियों के द्वारा उन्हें विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है।हालांकि स्थानीय राम कुमार महतो,जय जय राम महतो,फूल कुमार महतो,राजा राम महतो की मदद से वेलोग नाला सफाई की भगीरथ प्रयास में जुटे है।उनका कहना है कि स्थानीय प्रशासन यदि थोड़ा मदद करता तो वार्ड 10 और 11 किनारे बने पक्के नाले की सफाई हो जाती और ऊनलोगों को जल जमाव से निजात मिल जाता।