मंझौल एसबीआई बैंक प्रबन्धन के कुंभकर्ण निंद्रा में सोये होने से शाखा में मिनटों का काम अब घण्टों में

मंझौल : बेगूसराय जिले के अनुमंडल मुख्यालय मंझौल के पुस्तकालय चौक स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की एडीबी शाखा में ग्राहकों को छोटे छोटे काम के लिए घण्टों बिताने पर रहे हैं। घण्टों बिताकर भी नम्बर आने के बाद काम होने की गारंटी नहीं होती है। ऐसे में पांच हजार से कम रकम की जमा निकासी करनेवाले लोगों को बैंक से सीएसपी तक के चक्कर काटने होते हैं। एसबीआई के योनो एंड्रॉइड एप से सम्बंधित कामों के लिए भी कई दिन चक्कर काटने पर रहे हैं। लगभग आधा तकनीकी उपकरण या तो ठप है या खाताधारकों के उपयोग में नहीं आ रहे हैं। जिससे खाताधारकों की परेशानी काफी बढ़ गयी है।

बैंकिंग प्रणाली आसान बनाने बाले कई उपकरण ठप : बताते चलें कि लगभग चार साल पहले पुरानी जगह से पुस्तकालय चौक स्थित नवनिर्मित भवन में बैंक स्थापित होने के बाद एसबीआई शाखा को काउंटर पर जमा निकासी पर जाने के लिए टोकन सुविधा जिसमें टोकन नम्बर शाखा के एलईडी पर चलती रहती थी और अपना नम्बर आने पर लोग काउंटर पर जा पाते थे इस व्यवस्था के पंगु होने से कोरोना काल मे काउंटर पर कभी कभी तो भीड़भाड़ की भी स्थिति पैदा हो जाती है। साथ ही पैसे जमा करने के लिए ग्रीन कार्ड की सुविधा, आदि आधुनिक प्रकार के विधि व्यवस्था उपकरण से सुसज्जित किया गया था ताकि खाताधारकों को बैंकिंग से सम्बंधित काम में आसानी हो सके परन्तु स्थानीय बैंक शाखा प्रबन्धन के उदासीनता के कारण चार साल में ही शाखा के लगे कई आधुनिक उपकरण ठप हो गए हैं।

जिससे दिन भर शाखा में अपनी अपनी बारी आने की प्रतीक्षा में कौतूहल का माहौल बना रहता है। खासकर बीच बीच में लाइन में लगे लोगों के बगल से पीछे बाद में आये लोगों के काम हो जाने से भी खाताधारकों को इनदिनों बैंक में खासा परेशानियों का सामना करना पर रहा है। वहीं खाताधारकों को हो रहे तमाम परेशानियों के सम्बंध में एसबीआई मंझौल के शाखा प्रबंधक सन्तोष कुमार सिन्हा से पूछने पर उन्होंने इस चीज की जानकारी होने से अनभिज्ञता जाहिर किया।