संदेहास्पद स्थिति में ताड़ीखाना से युवक का शव मिलने से सनसनी

छौड़़ाही ( बेगूसराय ) : नशामुक्त बिहार का दावा आज भी बिहार में धरातल पर खोखला साबित हो रहा है। जिले के छौड़ाही ओपी क्षेत्र के सावंत गांव स्थित एक ताड़ीखाना से संदेहास्पद परिस्थिति में गांव के हीं एक युवक का शव पड़ा देख गांव वालों में दहशत फैल गया। युवक शनिवार दिन से ही घर से गायब था। स्वजन युवक को मानसिक परेशानी से ग्रस्त बता रहे हैं लेकिन उसके इलाज का कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं है। जिससे लोगों में संदेह ज्यादा हो गया है।

आश्चर्य की बात की सोमवार सुबह युवक का शव मिलने के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधि मृतक के स्वजन दर्जनों बार छौड़ाही पुलिस एवं छौड़ाही पीएचसी को फोन कर मृतक के मौत के संबंध की जांच करने का आग्रह कर चुके हैं। 12 घंटे से शव रखे रहने के बावजूद कोई अधिकारी नहीं पहुंच पाए हैं।मृतक सावंत निवासी अनिल चौधरी की पत्नी का कहना था क उनके पति तीन विवाह कर चुके थे। पहली पत्नी की मौत हो गई वहीं दूसरी पत्नी विवाह के बाद घर से भाग गई थी। तब तीसरा विवाह उनसे हुआ। कुल छह बच्चे भी हैं। इधर कई माह से मृतक मानसिक रूप से परेशान थे।

ओझा भगत के यहां झाड़-फूंक करवा रहे थे लेकिन, किसी भी डॉक्टर के यहां इलाज नहीं कराया गया था। शनिवार की दोपहर वह अचानक घर से निकले देर रात तक वापस नहीं आए। रविवार की भोर घर से 10 मीटर आगे एक सुनसान ताड़ीखाना में उनका शव ग्रामीणों ने देखा बेहोश पड़ा देखा जब वहां गए तो देखा कि मृतक के शरीर में जहर खाने या आत्महत्या करने का कोई निशान मौजूद नहीं था।दूसरी तरफ मृतक के घर मौजूद तमाम लोगों का कहना था कि एक दिन पहले ही एकंबा के एक व्यक्ति की कोरोनावायरस से मौत हो गई है।

चलते फिरते उनकी मौत हो गई थी यह भी मामला संदिग्ध लग रहा है। लेकिन स्थानीय प्रशासन एवं छौड़ाही पुलिस कर रहा है कि शव का अंतिम संस्कार कर दो। कम से कम यूडी केस दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवाने का आग्रह प्रशासन से किया है। इसी इंतजार में स्वजन व ग्रामीण शव को अभी तक घर पर रखे हुए हैं। इस संदर्भ में जानकारी प्राप्त करने के लिए छौड़ाही ओपी अध्यक्ष ओमप्रकाश को कई बार फोन किया गया। लेकिन, उन्होंने मोबाइल रिसीव करना मुनासिब नहीं समझा।