अपने गुरु के सामने भूलकर भी न करें ये 5 गलती, वरना बर्बाद हो जाता है करियर….

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः
गुरुर्साक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः

भारतीय धर्म और शास्त्रों में गुरु की एक महत्वपूर्ण भूमिका है गुरु को ईश्वर का दर्जा दिया जाता है आने वाली 3 जुलाई को गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima 2023) का दिन है ऐसे में हम जानेंगे कि किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है,नहीं तो आपका जीवन बर्बाद हो सकता है।

सबसे जरूरी है गुरु का आदर हमेशा करना चाहिए। जो व्यक्ति गुरु का अनादर करता है उसका जीवन कभी भी तरक्की नहीं कर पाता गुरु पूर्णिमा के दिन जिन बातों का ध्यान रखना चाहिए वह यह है कि कभी भी गुरु के आसन पर नहीं बैठना चाहिए और साथ ही में गुरु के सामने पैर फैलाकर भी नहीं बैठना चाहिए।

गुरु, गुरु है फिर चाहे आप कितने ही बड़े क्यों ना हो जाएं, गुरु की महिमा और गुरु का उपकार कभी भी नहीं उतारा जा सकता है lएक गुरु का चुनाव भी अगर आप गुरु पूर्णिमा के दिन कर रहे हैं तो इसमें बेहद सजगता बरतना जरूरी है क्योंकि एक सही गुरु के प्रभाव से आपका जीवन बन सकता है तो एक गलत व्यक्ति के प्रभाव से आपका जीवन नष्ट भी हो सकता है उपनिषद, वेद और बड़े-बड़े धर्म ग्रंथों ने हमेशा ही गुरु का महिमामंडन किया है।

गुरु की महिमा सर्वोपरि होती है अगर आपने कोई गुरु मंत्र लिया है तो इसका मनन चिंतन सदैव करें तथा इसे किसी को भी ना बताएं इससे इसका फायदा नहीं मिलता है। इंसानों में एक आदत होती है बुराई करने की लेकिन भूल कर भी अगर आपने गुरु की किसी के सामने बुराई की तो यह आपके लिए घातक सिद्ध हो सकता है

गुरु की बुराई जो करता है उसका विनाश सदैव लिखा रहता है गुरु या फिर एक सच्चा गुरु व्यक्ति को जीवन में ऊपर से ऊपर पहुंचा सकता है, गुरु की महिमा गाते हुए एक दोहा भी लिखा गया कि गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पाय बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो मिलाय जिसका अर्थ है कि गुरु और गोविंद दोनों के खड़े होने के बाद भी जिसका सबसे पहले पांव पकड़ना चाहिए वह गुरु है क्योंकि गुरु ही हैं जिन्होंने ईश्वर तक जाने की राह प्रशस्त करी है।