Puja Tips : भगवान की पूजा करते समय इन बातों का रखें ध्यान, भोग लगाते समय न करें ये गलतियां, वरना अधूरी रह जाएगी मनोकामना

Puja Tips bhagwan ko bhog lagane ke niyam : इंसान अपने जीवन में आ रही सभी परेशानियों का हल खुद ही ढूंढता है लेकिन जब वह थक हार जाता है तो सीधा भगवान की शरण में जाता है और जो तकलीफ दूर करने के लिए मिन्नते करता है। लोग घर में सुख समृद्धि पाने के लिए और सभी तकलीफों को दूर करने के लिए भगवान को प्रसन्न करना चाहते हैं। इसलिए भगवान को मनचाहा भोग लगाया जाता है। लेकिन कई लोगों को पता नहीं कि भोग लगाते समय किन मंत्रों का उच्चारण करना चाहिए और कैसे भोग लगाना चाहिए?

Bhog Lagane ke Niyam: भोग लगाने के नियम हिंदू धर्म में देवताओं के अनेक रूप हैं और लोग अपनी श्रद्धा अनुसार सभी देवताओं को उनकी प्रिय वस्तु का भोग लगाते हैं। भगवान शंकर, ब्रह्मा और विष्णु सभी के भोग अलग-अलग हैं। इसलिए पूजा करते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है तभी आपको पूरा फल मिलता है।

सात्विक भोजन
भगवान को लगने वाला भोग साफ सुथरा और सात्विक होना चाहिए। किचन की सफाई के साथ-साथ खुद की सफाई का भी पूरा ध्यान रखें। हमेशा नहा धोकर साफ सुथरा वस्त्र पहनकर ही भगवान के लिए भोग बनाएं और उन्हें भोग लगाएं।

प्रसाद में क्या चढ़ाएँ
प्रसाद के रूप में भगवान शिव को भांग, धतूरा और पंचामृत प्रिय है। इसके साथ ही भगवान शिव को मीठा भोजन भी पसंद है। भगवान शिव की अर्धांगिनी माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए खीर का भोग लगाना चाहिए। भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए खीर या फिर सूजी का हलवा बनाना चाहिए। विष्णु भगवान के भोग में तुलसी का पत्ता चढ़ाना चाहिए। इसी तरह माँ लक्ष्मी को भी यही भोग प्रिय होता है।

इस मंत्र का करें उच्चारण
आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि भगवान को भोग लगाते समय एक मंत्र का उच्चारण करना चाहिए….
त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये ।
गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।।

इसका मतलब होता है कि ईश्वर मेरे पास जो है आपका ही दिया हुआ है और मैं आपको ही अर्पित कर रहा हूं। कृपा करके इसे ग्रहण करें और मुझ पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखे।