दिव्यांग महिला ने सोनू सूद को लोगो की मदद के लिए डोनेट की 5 महीने की पेंशन, तारीफ करते हुए एक्टर बोले

डेस्क : देश इस समय कोरोना के खिलाफ अपनी जंग लड़ रहा है। इस मुश्किल घड़ी में लोग जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। नेता हो अभिनेता हर कोई मदद के लिए आगे आ रहा है। इसी महामारी के बीच बॉलीवुड हीरो सोनू सूद तो दिन रात लोगो की मदद में जुटे रहते है। इसी बीच सोनू सूद (Sonu Sood) को इस मुसीबत की घड़ी में एक ऐसी महिला का साथ मिला है। जिसे, एक्टर सबसे अमीर महिला बता रहे हैं। दरअसल, लड़की ने सोनु सूद चैरिटी फाउंडेशन (Sood Charity Foundation) में 15000 हजार रुपये डोनेट किए हैं। सोनू सूद उस महिला की मुरीद हो गए। और उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर उस लड़की की तस्वीर शेयर की है और उसके बारे में बताया भी है।

कौन है वो दिव्यांग लड़की जिसे सोनू सूद अमीर महिला बता रहे हैं: चाहे देश के किसी भी अस्पताल में बेड का इंतजाम कराना हो या फिर मरीज तक ऑक्सीजन पहुंचानी हो, या फिर गरीब मजदूरों को एक राज्य से दूसरे राज्य भेजना हो। ऐसे कठिन परिस्थिति में सोनू (Sonu Sood) हर संभव मदद करने का प्रयास कर रहे हैं। इस बीच एक महिला ने सोनू सूद फाउंडेशन (Sonu Sood Foundation) में 15,000 रुपये डोनेट किए हैं। इस डोनेशन से सोनू सूद गदगद हो गए हैं। आपको बता दे, आंध्र प्रदेश के एक छोटे से गांव की एक दिव्यांग लड़की और यूट्यूबर बोड्डू नागा लक्ष्मी नामक लड़की के डोनेशन के बारे में खुद सोनू सूद ने तारीफ की। यूं तो सोनू के काम को देखते हुए देश-दुनिया भर के लोग एक्टर के मुरीद हैं। लेकिन, सोनू इस लड़की के मुरीद हो गए हैं। इसकी तारीफ करते हुए सोनू ने ट्वीट किया।

सोनू सूद ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक लड़की की तस्वीर शेयर की है। इसके साथ उन्होंने लिखा:- ” बोड्डू नागा लक्ष्मी, एक दिव्यांग लड़की और यूट्यूबर हैं। आंध्र प्रदेश के एक छोटे गांव वरीकुंटापाडू की रहने वाली लक्ष्मी ने सूद फाउंडेशन में 15000 रुपये दान में दिए हैं। यह पैसे उनकी पांच महीने की पेंशन हैं। मेरे लिए वह सबसे अमीर भारतीय हैं। आपको किसी का दुख देखने के लिए आंखों की जरूरत नहीं होती है। ये एक असली हीरो हैं।” आपको बता दे, भारत में कोरोना वायरस के फैलने के बाद से ही सोनू सूद लगातार लोगों की मदद कर दिल जीत रहे हैं। उन्होंने कोरोना की पहली लहर में लगे लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों को घर भिजवाया था। इसके साथ ही सोनू सूद ने कई लोगों को नौकरी खोजने से लेकर खाने और मेडिकल की व्यवस्था करने में मदद की है। और आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है।