कड़ी मेहनत कर इस छोटे कद की महिला ने आईएएस बनकर समाज के लिए पेश की मिसाल, हाइट को कभी नहीं आने दिया आगे

डेस्क : हमेशा से ही छोटे कद के लोगों को यह संसार नजर अंदाज करता आया है। लेकिन, छोटे लोगों ने भी ऐसी मिसाल पेश की है जब संसार को उनके आगे अपना सिर झुकाना पड़ा है। इसी तरह का कुछ जज्बा पेश किया है छोटे कद की एक महिला आईएएस ऑफिसर ने। इस छोटी कद की आईएएस ऑफिसर का नाम है आरती डोगरा है जो कि उत्तराखंड की निवासी है। उनका जीवन बचपन से ही बेहद संघर्षपूर्ण बीता है आपको बता दें कि उनके पिताजी राजेंद्र डोगरा भारतीय सेना में कर्नल के पद पर काम कर चुके हैं और उनकी माताजी कुमकुम स्कूल में प्रिंसिपल रह चुके हैं। इन दोनों की मदद से उन्होंने अपनी जिंदगी में कई ऊंचाइयों को छुआ है पढ़ने लिखने में वह बचपन से ही तेज थी।

उनके माता-पिता ने अपनी बेटी जो कि महज 3 फुट 2 इंच की है उसका जुनून हमेशा से ही बनाए रखा और दिन पर दिन हौसला बुलंद करते गए।एक समय ऐसा भी था जब डॉक्टर ने कहा था कि उनकी बेटी अन्य बच्चों की तरह सामान्य स्कूल में नहीं जा सकती। इसके बाद उनके माता-पिता ने यह निश्चय कर लिया कि नहीं वह अपनी बेटी को एक काबिल इंसान बना कर रहेंगे। उन्होंने आरती डोगरा की परवरिश सिंगल चाइल्ड के रूप में की। आरती डोगरा ने खूब पढ़ाई की और मेहनत करके उन्होंने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज में दाखिला लिया। आपको बता दें कि दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज महिलाओं का कॉलेज है जहां पर 95% से नीचे लाने वाले को जगह नहीं मिलती।

इसके बाद वह अपने कॉलेज से चुनाव में भी खड़ी हुई और कॉलेज की राजनीति में जमकर हिस्सा लिया एवं छात्र संघ का चुनाव भी जीता। जब उन्होंने अपनी स्नातक की डिग्री पूरी की तो पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए देहरादून चले गए और इस दौरान उनकी मुलाकात एक कलेक्टर से हुई, उस वक्त देहरादून के कलेक्टर मनीषा ने उनका हौसला बढ़ाया। इसके बाद उन्होंने मन बना लिया कि वह भी आई ए एस की तैयारी कर आईएएस अधिकारी बनेगी।

जब आरती लिखित परीक्षा के लिए बैठीं तो उन्हें यह मालूम था कि वह लिखित परीक्षा तो हल कर लेंगी। लेकिन, इंटरव्यू के वक्त काफी परेशानी हो सकती है उन्होंने लिखित परीक्षा पास कर ली और जब इंटरव्यू का वक्त आया तो वह काफी नर्वस हो गई। जब उन्होंने इंटरव्यू दे रही थी तो वहां पर मौजूद लोगों ने उनका बखूबी साथ दिया और इसी के साथ वह फर्स्ट टाइम में ही कलेक्टर बन गई। वह 2006 बैच के आईएएस ऑफिसर हैं और उनकी नियुक्ति राजस्थान में हुई, जहां पर उन्होंने जनता के लिए खूब मेहनत की और बढ़ चढ़कर काम किया।