गर्मियों के सीजन आ गया है ऐसे में कई रसेदार फल इस सीजन में मिलते है जैसे आम, लीची ऐसे में अगर आप भी शाही लीची के दीवाने हैं, तो आपके लिए एक खुशखबरी है. कुछ ही महीनों के बाद बाजार में यह शाही लीची देखने को मिल जाएगी, लेकिन क्या आपको पता है कि मुजफ्फरपुर की शाही लीची के दीवाने देश ही नहीं, बल्कि विदेश के लोग भी हैं.
यही कारण है कि मुजफ्फरपुर की शाही लीची पिछले कुछ वर्षों से इन देशों में भी एक्सपोर्ट भी की जाती है. वर्तमान में ये शाही लीची के पेड़ मंजरों से लद गए हैं. इसकी पैदावार स्वादिष्ट और बढ़िया हो, इसके लिए बागान में किसानों ने डेरा भी जमा लिया है.
72 घंटे में खाने वालों तक पहुंचाना है चुनौती : सचिंद्र बताते हैं कि स्वाद खराब होने से पहले देश के विभिन्न भागों के साथ-साथ विदेशों में लीची को पहुँचाना सबसे बड़ी चुनौती होती है. क्योंकि, पेड़ से टूटने के 72 घंटे के बाद लीची का स्वाद खराब होने लगता है. वे कहते हैं कि दुबई जैसे देशों में शाही लीची भेजने के लिए मुजफ्फरपुर से शाही लीची को सबसे पहले कोलकाता या फिर दिल्ली एयरपोर्ट पर भेजना पड़ता है. इसके बाद वहां से इसे विदेश भेजा जाता है. अगर सचिंद्र की मानें तो जिला प्रशासन के सहयोग से उनके बगीचे की ये लीची देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को भी भेजी जा चुकी है.