पिता ने सब कुछ बेच बेटी का करवाया इलाज, पैसे नहीं थे तो खून बेचकर खरीदा आटा, अंत में देनी पड़ी जान, जाने-

न्यूज डेस्क: सरकार बेटियों के हित में कई योजनाओं पर काम कर रही है। लेकिन कहीं न कहीं आज भी कमी नजर आ रही है। मध्य प्रदेश के सतना से एक ऐसी खबर सामने आई है, जो दिल को दहला देने वाली है। एक पिता अपनी बेटी के इलाज के लिए अपनी जान तक दे दिया। यह खबर अब देश के कोने-कोने में पहुंच चुकी है। जब मदद की जरूरत पड़ी तो कोई आगे नहीं आया सरकार भी नहीं और अंत में पिता ने आत्महत्या कर ली। आइए जानते हैं विस्तार से।

दरअसल, एक हादसे में बेटी शारीरिक रूप से विकलांग हो गई। जिसके बाद पिता ने इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी। बेटी के इलाज के लिए सब कुछ बेच दिया। एक समय ऐसा आया जब हमें खून बेचकर आटा खरीदना पड़ा। आर्थिक तंगी इस परिवार पर हावी थी। पिता ने हार माननी शुरू की, फिर अंत में बेटी का इलाज न करा पाने पर पिता ने ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली।

सतना के ट्रांसपोर्ट नगर निवासी प्रमोद गुप्ता (55) ने मंगलवार की सुबह करीब साढ़े चार बजे ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। इससे पहले उन्होंने बड़ी बेटी अनुष्का को फोन किया और रोते हुए कहा, अब थक गई हूं। मैं आपका इलाज करने में असमर्थ हूं। मेरे पास आत्महत्या करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। यह कहकर उसने फोन काट दिया। डरी सहमी बेटी ने घरवालों को बताया। इसके बाद उनकी तलाश की गई, लेकिन सुबह प्रमोद का शव ट्रैक पर मिला।

बेटी अनुष्का ने कहा कि मेरे इलाज पर आए खर्च के कारण परिवार कर्ज में डूब गया। पापा ने पिकअप गाड़ी ली थी, लेकिन किश्त नहीं दे पा रहे थे। पिछले महीने सिलेंडर खत्म हो गया था। आटा नहीं था तो पिता ने खून बेचकर किया इंतजाम पापा छह महीने तक आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए अधिकारियों के चक्कर लगाते रहे, लेकिन कोई मदद नहीं मिली।