Subrata Roy : महज ₹2000 से शुरू किया था Sahara india का सफर- 2.6 लाख करोड़ की बनाई संपत्ति….

Sahara Group Founder Subrata Roy : सहारा नाम की बड़ी कंपनी शुरू करने वाले सुब्रत रॉय का निधन हो गया है. वह 75 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार थे। हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की वजह से वह बहुत दिनों से बीमार थे. दुर्भाग्यवश कल रात 10:30 बजे कार्डियोरेस्पिरेटरी अरेस्ट आने से उनकी मृत्यु हो गई।

सुब्रत रॉय की बात करें तो वह एक बेहद सफल बिजनेसमैन थे. वह अपनी कंपनी सहारा इंडिया के प्रभारी (चेयरमैन) थे। उन्होंने 1978 में सहारा इंडिया की शुरुआत की. जिसके बाद यह कंपनी साल 2004 तक देश की सबसे बड़ी और सबसे सफल कंपनियों में से एक बन गई। जिसके बाद लोगों के द्वारा यह तक कहा जाने लगा कि यह कंपनी भारतीय रेलवे के बाद “भारत में दूसरा सबसे बड़ा नियोक्ता हैं”। सुब्रत रॉय भारत के बिजनेस जगत के बेहद खास शख्स में से एक थे.

2000 रूपये से शुरू किया था ‘सहारा’

सुब्रत रॉय की जीवनी की बात करें तो उनका जन्म 10 जून 1948 को बिहार के अररिया में हुआ था। सुब्रत रॉय बहुत ही काम समय में भारत के वित्त जगत में बहुत सफल हो गए थे। उन्होंने 1978 में केवल 2,000 रुपये से अपना व्यवसाय शुरू किया था, लेकिन बहुत ही कम समय में उन्होंने वित्त, रियल एस्टेट, मीडिया जैसे विभिन्न क्षेत्रों में एक बड़ा साम्राज्य खड़ा कर लिया। जिसके बाद उनकी कुल नेटवर्थ 2,59,900 करोड़ रुपये हो गई.

वर्ष 2000 से ही सुब्रत रॉय की सहारा इंडिया कंपनी ने उचाईयों को छूना शुरू कर दिया था। इसके बाद उन्हें भारत की शीर्ष 10 शक्तिशाली लोगों में भी शामिल किया गया था। सहारा कंपनी के पूरे भारत में कई अलग-अलग पर स्थान था और इस कंपनी ने लगभग 1.4 मिलियन लोगों को नौकरियां दीं।

शानों-शौकत से भरी थी सुब्रत रॉय की ज़िंदगी

सहारा के चीफ सुब्रत रॉय के पास अपने जीवन को आसान और आरामदाय बनाने की सारी चीजें थीं। उनकी शानों-शौकत की जिंदगी में उनके पास मनोरंजन के लिए हेलीकॉप्टर, क्रिकेट खेलने के लिए एक बड़ा मैदान, विभिन्न खेलों के लिए एक छोटा क्षेत्र, तैरने के लिए सुम्मिंग पूल और एक मिनी-गोल्फ कोर्स था। उनके पास 3,500 सीटों वाला एक मूवी थ्रेयटर भी था. साथ ही 124 सीटों वाला एक अन्य छोटा मूवी थिएटर भी था. हेल्थ के लिए एक एम्बुलेंस के साथ एक स्वास्थ्य केंद्र भी था. साथ ही सेफ्टी के लिए एक फायर स्टेशन भी था.

बड़े-बड़े सेलेब्रटी से भी थी पहचान

एक समय पहले, सुब्रत रॉय बड़े-बड़े कार्यक्रम को आयोजित करते थे. जहां वे प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ियों और फिल्म सितारों को बुलाते थे। सुब्रत रॉय की पहचान भारतीय राजनेताओं के साथ-साथ अन्य देशों के नेताओं और महत्वपूर्ण लोगों से भी थी.

वह अपनी कंपनी के अलावा कई अलग-अलग व्यवसायों में भी शामिल थे। सुब्रत रॉय की कंपनी का मुख्यालय लखनऊ में स्थित है। सुब्रत रॉय ‘न्यूयॉर्क प्लाजा होटल’ और ‘लंदन ग्रॉसवेनर हाउस होटल’ के भी मालिक थे। उन्होंने लंबे समय तक(लगभग 10 वर्ष तक) भारतीय क्रिकेट टीम को ऑर्गनाइज़ किया। इसके साथ ही फॉर्मूला वन के लिए एक रेसिंग टीम की भी शुरुआत की।

इस वजह से खत्म हुई थी सुब्रत रॉय की लोकप्रियता

सुब्रत रॉय की ज़िंदगी में बुरे दौर भी आए। जब लोगों ने उन पर सहारा फंड से ढेर सारा पैसा चुराने का आरोप लगाया। वक़्त बुरा था कि इससे उनकी लोकप्रियता खत्म हो गई. इतना ही नहीं 2014 में, भारत की सर्वोच्च अदालत ने उन्हें जेल में डालने का आदेश भी दिया। क्योंकि वह सेबी के साथ अपनी किसी समस्या के कारण अदालत में उपस्थित नहीं हुए थे।

इन इल्ज़ामों की वजह से कोर्ट से उनकी लंबी लड़ाई चली और रॉय को कुछ समय के लिए जेल भी जाना पड़ा. साल 2017 में उन्हें अस्थायी रूप से जेल छोड़ने की अनुमति दी गई थी। अगस्त 2012 में, सेबी से सम्बंधित एक मामला शीर्ष अदालत में उनके खिलाफ चलाया गया था, जिसमें फैसला सेबी के पक्ष में गया था।

इस फैसले तहत सहारा ग्रुप को 90 दिनों के अंदर सेबी को 24,000 करोड़ बड़ी रकम देनी थी. लेकिन कोर्ट के फैसले को तुरंत न मानने के कारन सुब्रत रॉय और उनके दो दोस्तों को जेल भेजा गया। यही से उनकी तबियत बिगड़नी शुरू हो गयी थी.