सबसे कठिन परीक्षा को दूसरे प्रयास में निकालकर कनिष्का बनीं IAS अफसर, कुछ यूँ लिखी अपनी जिंदगी की कहानी

डेस्क : भारत के नौजवान अपनी कड़ी मेहनत के दम पर बड़ी बड़ी परीक्षाओं की तैयारियां करते हैं। ऐसे ही एक बड़ी परीक्षा यूपीएससी की मानी जाती है जिसकी तैयारी करने के लिए लोग अपना घर छोड़कर बड़े शहरों में आते हैं और तैयारी करते हैं। कुछ सफल हो जाते हैं कुछ सफल नहीं हो पाते हैं। आज हम ऐसी ही एक सफल आईएएस ऑफिसर के बारे में बात करने वाले हैं, जिन्होंने दूसरे अटेम्प्ट में यूपीएससी जैसी बड़ी कामयाबी हासिल की।

इस आईएएस ऑफिसर का नाम है कनिष्का सिंह, कनिष्का सिंह का मानना है कि अगर आप यूपीएससी के लिए तैयारी कर रहे हैं तो जितना जल्दी हो सके आप इसको ग्रेजुएशन करने के बाद शुरू कर दें और अगर आप ऑप्शनल विषय चुनने में परेशान हो रहे हैं तो जो ग्रेजुएशन में पढ़ाई की है उसको ही वैकल्पिक विषय बनाकर चुन लीजिए, ताकि आपको आसानी हो। ऐसे में कनिष्का सिंह ने 2017 में अपना पहला एटेम्पट दिया था। जिसमें उन्होंने मात्र 10 मॉक टेस्ट दिए थे और उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी थी। इसी के चलते उन्होंने अगली बार 60 मॉक टेस्ट दिए और वह आसानी से 2018 का पेपर क्वालीफाई कर गई।

उनका मानना है कि यूपीएससी की तैयारी में रिवीजन करना बेहद ही जरूरी है अगर रिवीजन नहीं करेंगे तो आपको अपनी गलतियों का पता नहीं चलेगा। कनिष्का सिंह ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से स्नातक डिग्री हासिल की है। वह लेडी श्रीराम कॉलेज से पढ़ चुकी है। इस समय वह इंडियन फॉरेन सर्विसेज में अपनी सेवाएं दे रही हैं। कनिष्का सिंह का मानना है कि जो भी विद्यार्थी यूपीएससी के लिए तैयारी कर रहे हैं वह अपनी स्ट्रेटेजी खुद बनाएं क्योंकि दूसरों की बनाई स्ट्रेटजी ज्यादा दिन काम नहीं आएगी।

सबसे पहले इस परीक्षा में आपको विशेषताएं पता होनी चाहिए की आप आंसर राइटिंग किस तरह से करेंगे क्योंकि प्री क्वालीफाई करने के लिए आपको ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट देने होते हैं और आंसर राइटिंग अगर आपकी अच्छी है तो आप का मेंस का पेपर निकल जाएगा। ऐसे में अपनी स्ट्रेंथ और वीकनेस का हिसाब किताब अपने पास रखें और एक समय पर एक विषय ही पढ़ें। अगर आप एक विषय को ना करते हुए दो विषय को करना चाहते हैं तो वह भी कर सकते हैं।