Indian Railway : क्या ट्रेन में सीनियर सिटीजन को छुट देने के मूड में नहीं सरकार? संसद में गिनाए कारण..

Indian Railway: भारतीय रेलवे देश की जान कही जाती है 1853 से शुरू हुआ इंडियन रेलवे का सफर आज तक चलता रहा है रोजाना करोड़ों यात्री रेल से सफर करते हैं और अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचते हैं आज भी रेल यातायात का सबसे प्रमुख साधन है रेलवे में वरिष्ठ नागरिकों को कुछ छूट दी जाती थी लेकिन करो ना कॉल के बाद से इस छूट को खत्म कर दिया गया था

देश की संसद में भारत के रेलवे मंत्री रवि वैष्णव ने यह सांस कहां है कि आने वाले समय में वरिष्ठ नागरिक की छूट को बहाल नहीं किया जाएगा इसके पीछे के कारण उन्होंने रेलवे की बढ़े हुए बिल को और पिछले समय ही दी गई सब्सिडी को बताया है देश की संसद में रेलवे मिनिस्टर अष्टमी वैष्णव निर्दलीय सांसद नवनीत सिंह राणा के सवालों का जवाब देते हुए या बातें कहीं

रेल मंत्री ने रेलवे के 60 हजार करोड़ के पेंशन, 97 हजार करोड़ रुपए वेतन के तौर पर और 40000 करोड रुपए ईंधन के तौर पर खर्च कर रहा है रेल मंत्री ने लोगों से अपील की कि रेलवे की इस मौजूदा स्थिति पर गौर करने वाली बात है।

वहीं एक अन्य सांसद के सवालों का जवाब देते हुए रेल मंत्री ने कहा की लगभग हर यात्री को रेलवे सूट दे रहा है रेलवे टिकट की कीमतों पर अच्छी खासी छूट भी देता है, एक यात्री टिकट का खर्चा रेलवे एक रूपया 16 पैसे उठाता है जबकि उसे 40 से 50 पैसे ही वसूल किए जाते हैं इस प्रकार से रेलवे कुल 55% का डिस्काउंट पहले से ही यात्रियों को टिकटों में दे रहा है, सांसद सुरेश धनो करने रेल मंत्री से सवाल किया था कि वरिष्ठ नागरिकों को छूट कब बहाल की जाएगी और टिकटों में रियायत कब मिलेगी