Indigo Crisis : इंडिगो में चल रहे संकट के बीच, DGCA ने सख्त कदम उठाए हैं. डॉयरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने इंडिगो पर बड़ा एक्शन लेते हुए चार फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है. डीजीसीए का कहना है कि ये वहीं कर्मचारी हैं जो कंपनी की ऑपरेशनव नियमों की देखरेख के लिए जिम्मेदार हैं. डीजीसीए का मानना है कि इन कर्मचारियों की ओर से एयरलाइन के इंस्पेक्शन और मॉनिटरिंग में लापरवाही की वजह से यह कार्रवाई की गई.
गहनता से होगी जांच
डीजीसीए ने इंडिगो संकट के बाद अपनी जांच तेज कर दी है. अधिकारी एयरलाइन के मुख्यालय पर तैनात होकर संचालन पर नजर रखेंगे. जांच समिति में जॉइंट जायरेक्टर जनरल संजय ब्रह्माने, डिप्टी डायरेक्टर जनरल अमित गुप्ता, वरिष्ठ एफओआई कपिल मंगलिक और एफओआई लोकेश रामपाल शामिल हैं. समिति का काम इंडिगो के बड़े पैमाने पर संचालन में हुई गड़बड़ी के कारणों की पहचान करना है. यह टीम उन नए नियम के पालन की भी समीक्षा करेंगी जो 1 नवंबर से लागू हुए हैं. कमिटी ने कहा है कि एयरलाइन संचालन में खामियों की जड़ तक पहुंचने के लिए सभी पहलुओं की गहन जांच होगी.
हजारों उड़ाने हुई रद्द
इंडिगो की ऑपरेशन दिसंबर के शुरुआत से ही गड़बड़ थी. सबसे ज्यादा परेशानी 5, 6 और 7 दिसंबर को हुई जब हजारों फ्लाइट्स कैंसल होना शुरु हुई. देश भर में यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पडा जिससे अफरा-तफरी जैसा माहौल बन गया था. अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है. डीजीसीएन ने क्रू के इस्तेमाल और रिफंड समेत अलग-अलग ऑपरेशन के लिए दो टीमें तैनात की थी. ये टीमें कंपनी के गुरुग्राम ऑफिस में काम करेगी. ये निगरानी टीमें 6 बजे रेगुलेटर को प्रतिदिन रिपोर्ट करेंगे.
Indigo दे रहा मुआवजा
इंडिगो की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि जिन यात्रियों को परेशानी हुई है उसके लिए इंडिगो को बहुत खेद है. सरकार द्वारा तय क्षतिपूर्ति के अतिरिक्त कंपनी की ओर से एक ट्रैवल वॉउचर भी दिया जाएगा. यात्रियों को फोन नंबर या इमेल के माध्यम स क्षतिपूर्ति से जुड़ी जानकारी मिलेगी.

