भारतीय रेलवे को 26,338 करोड़ रुपये का घाटा, इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जानिए- पूरी रिपोर्ट..

डेस्क: भारतीय रेल भारतीय अर्थव्यवस्था की एक रीड है, क्योंकि केंद्र सरकार का कारोबार इसी पर चलता रहता है, आसान भाषा में कहें तो रेलवे एक नियोक्ता है, अगर यही घाटे में जाने लगे तो भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा? जी हां.. ऐसा ही हो रहा है, रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, भारतीय रेलवे को पिछले 1 साल में बहुत ज्यादा घटा हुआ।

बता दे की इस घाटे को इतिहास में सबसे ज्यादा बताया जा रहा है, CAG की रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे को पिछले एक साल में 26,338 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है, अगर रेलवे के पिछले इतिहास की बात करें तो रेलवे को इतिहास में ऐसा पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में घाटा हुआ है, वही मंत्रालय के अनुसार 1589 करोड़ रुपए का नेट सरप्लस दिखाया गया था। लेकिन CAG की रिपोर्ट के मुताबिक ये गलत साबित हो चुका है

रिपोर्ट्स के मुताबिक, 3 अध्यायों में इसे 26,326.39 करोड़ रुपए का घाटा बताया गया है, उदाहरण के तौर पर इसे समझा जा सकता है कि साल 2019-20 में 100 रुपए कमाने के लिए रेलवे ने 114 रुपए के आसपास खर्च किए हैं, रेलवे के कर्ज की बात करें तो पहली बार 2019-20 में 25,730.65 करोड़ रुपए के ऋण बाकी हैं, ये वित्तीय वर्ष 2019-20 में 95,217 करोड़ रुपए पर अनुमानित था, वही IANS की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय रेल को हुए नुकसान के बारे में जानकारी दी गई है।

बरहाल, हो की रेलवे की कोयले के परिवहन पर भारी निर्भरता थी जो 2019-20 के दौरान माल ढुलाई आय का लगभग 49% थी, जबकि, थोक वस्तुओं की परिवहन पद्धति में किए गए बदलाव ने माल ढुलाई आय को काफी प्रभावित किया था, वित्तीय वर्ष 2018-19 में 3,773.86 करोड़ रुपए की तुलना में 2019-20 में 1589.62 करोड़ रुपए का कारोबार रहा।