शिक्षा मंत्रालय ने दी बड़ी राहत : TET की मान्यता अब सात साल की बजाय आजीवन होगी

न्यूज़ डेस्क : केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने शिक्षकों हित में बड़ा फैसला लेते हुए शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी (TET) योग्यता प्रमाण पत्र की वैधता अवधि अब सात वर्ष से बढ़ाकर आजीवन कर दी है। उक्त बात की जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ‌गुरुवार को घोषणा कर जानकारी दी। उन्होंने कहा की यह टीचिंग फिल्ड में करियर बनाने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम होगा। और केंद्र सरकार के इस बड़े फैसले से शैक्षणिक क्षेत्र में नौकरी करने के इच्छुक उम्मीदवारों को लाभ मिलेगा। इससे बेरोजगारी में भी कमी आएगी।

पहले 7 साल के लिए मान्य होता था: बता दें कि स्कूलों में शिक्षक के रूप में नियुक्ति के लिये किसी व्यक्ति की पात्रता के संबंध में शिक्षक पात्रता परीक्षा का योग्यता प्रमाणपत्र एक जरूरी पात्रता है। अब शिक्षक बनने के लिए युवाओं को हर सात साल में शिक्षक अर्हता परीक्षा (TET) पास करने की जरूरत नहीं होगी। यह व्यवस्था पूरे देश भर में लागू होगी। बता दें कि यह नियम लागू होने से पहले टीईटी पास का सर्टिफिकेट अभी तक सिर्फ सात साल के लिए मान्य होता था। लेकिन, अब लाइफ टाइम के लिए कर दिया गया।

यह फैसला NCTE के दिशा निर्देश से किया गया: उन्होंने आगे कहा कि संबंधित राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेश उन उम्मीदवारों को नए सिरे से टीईटी प्रमाण पत्र जारी करने या जारी करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करेंगे। जिनकी 7 वर्ष की अवधि पहले ही समाप्त हो चुकी है। यह बड़ा परिवर्तन राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के 11 फरवरी, 2011 के दिशा-निर्देशों में किया गया है। जिसमें यह निर्धारित किया गया था कि टीईटी राज्य सरकारों द्वारा आयोजित की जाएगी।