एल्केम ग्रुप के चेयरमैन ने आज मुम्बई में ली अंतिम सांस, संप्रदा बाबू के भतीजे का निधन, पीछे छोड़ गए इतनी बड़ी कंपनी

डेस्क : कारोबारी जगत से एक दुखद खबर सामने आ आ रही है। कारोबार के दुनिया में धाक जमा चुके संप्रदा बाबू के भतीजे धनंजय कुमार सिंह नहीं रहे। धनंजय कुमार सिंह देश के नाम चिन्ह फार्मा कंपनी एल्केम ग्रुप के चेयर मेन थे। उनके निधन की खबर से कारोबारियों में शोक में की लहर है। मालूम हो कि बीते वर्ष एल्केम ग्रुप के संस्थापक संप्रदा बाबू का निधन हो गया था। और अभी उनके भतीजे व कंपनी के चेयर मेन धनंजय कुमार सिंह के गुजरने की खबर सबको हैरान कर दिया है।

बतादें कि 55 वर्षीय धनंजय कुमार सिंह एल्केम ग्रुप के चेयरमैन पद पर सेवा दे रहे थे। बताया जा रहा है कि वे कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे। जिसका इलाज निरंतर चल रहा था। आज ही प्रातः काल उन्होंने मुंबई स्थित अस्पताल में अंतिम सांस ली। संप्रदा बाबू के राह पर चल रहे धनंजय सिंह ने कंपनी में निरंतर अपनी अहम भूमिका निभाई। कहा जाता है कि परिवार के मृदुभाषी सदस्य के रूप में वे जाने जाते थे। उनके निधन से एल्केम ग्रुप के साथ-साथ संप्रदा बाबू का परिवार भी बेहद दुखी हैं।

कंपनी की शुरूआत 1953 में हुई थी एल्केम ग्रुप के संस्थापक संप्रदा सिंह ने 1953 में रिटेल केमिस्‍ट के रूप में एक छोटी शुरुआत किए थे। जिसके बाद उन्होंने लक्ष्मी शर्मा को पार्टनर बना कर दवा की दुकान खोली। व्यापार बढ़ा और हॉस्पिटल में दवा की सप्लाई भी करने लग गए। उसके बाद उन्होंने 1960 पटना में मगध फार्मा के नाम से फार्मा डिस्‍ट्रीब्‍यूशन का व्यापार में हाथ आजमाया। यह सिलसिला चलता गया और कड़ी मेहनत, लगन से कई मल्‍टीनेशनल कंपनियों की डिस्‍ट्रीब्‍यूशटरशिप ले लिये। तत्पश्चात उन्होंने उन्‍होंने भारत के पूर्वी क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा डिस्‍ट्रीब्‍यूशन नेटवर्क खड़ा कर लिया। मुम्बई गए वहां भी व्यापार बढ़ाया और आज जाने-माने व्यापारी के रूप में जाने जाते हैं।