न्यूज़ डेस्क: देश में बढ़ते ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के लिए लगातार नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं, लेकिन इसी बीच बिहार में भी इसका उदाहरण दिख रहा है, बता दें कि सूबे में वायु प्रदूषण कम करने के लिए राज्य सरकार लगातार नए नए तरीके अपना रहे है।
खासकर, राज्य सरकारों द्वारा सीएनजी एवं इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों का बढ़ावा दिया जा रहा है। यहां तक कि डीजल व पेट्रोल गाड़ियों को सीएनजी में कन्वर्ट कराने के लिए अनुदान दे रही है। इसके बाद बिहार में दिनोंदिन सीएनजी वाहनों की संख्या में वृद्धि हुई है।
मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, राजभर में लगभग 10 हजार से अधिक सीएनजी वाहनों का परिचालन किया जा रहा है। इससे लोग प्रति रुझान भी बढ़ रहा है। इसी को देखते हुए राज्य सरकार लगातार सीएनजी बसों को बढ़ावा दे रहे हैं। ताकि सीएनजी के गाड़ी चालकों को परेशानी नहीं हो। बता दें कि राज्य सरकार अगले दो महीनों के अंदर लगभग 21 सीएनजी स्टेशन खोलने की तैयारी में है। फिलहाल, राज्य के पटना में 12 सीएनजी जबकि बेगुसराय में दो, रोहतास, गया और नालंदा में एक-एक सीएनजी स्टेशन काम कर रहा है।
जानकारी देते हुए परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया सभी संबंधित कंपनियों को निर्देश दिया कि प्रमुख शहरों में नए सीएनजी स्टेशन खोलने की कार्रवाई करें, ताकि सीएनजी चालित वाहनों को आसानी से सीएनजी उपलब्ध कराया जा सके। परिवहन सचिव के समक्ष सभी कंपनी के प्रतिनिधियों द्वारा सीएनजी स्टेशन के प्रगति एवं भविष्य की योजनाओं को भी प्रस्तुत किया। बताते चलें कि सीएनजी स्टेशन के स्थापना के लिए 4 विभिन्न कंपनियों द्वारा जिलों में कार्य चल रहा है, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, जहानाबाद, भोजपुर, रोहतास, कैमूर, औरंगाबाद, मुजफ्फरपुर, बेगुसराय और गया में दिसंबर माह तक सीएनजी स्टेशन खोलने की कार्रवाई की जाएगी।
परिवहन सचिव ने निर्देश दिया कि नए सीएनजी स्टेशन खोलने के साथ पाइप लाइन विस्तार में भी तेजी लाएं। आगे उन्होंने बताया की अब गुड्स व्हीकल को भी सीएनजी के लिए प्रमोट किया जाएगा। इसके लिए हाइवे पर सीएनजी स्टेशन की प्लानिंग की जा रही है। कंपनी के प्रतिनिधियों द्वारा बताया गया कि सीएनजी का रेट पेट्रोल/डीजल की तुलना में काफी कम है। यह पेट्रोल/डीजल से 40 प्रतिशत सस्ता है।