CBSE ने दी दसवीं के विद्यार्थियों को राहत – अब मैथ और साइंस में फेल होने पर भी होंगे पास

डेस्क : सीबीएसई बोर्ड यानी की सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन द्वारा एक नई नीति लाई गई है। इस नीति के तहत किसी भी छात्र को फेल नहीं किया जाएगा। आपको बता दें कि दसवीं का कोई भी छात्र अगर मैथ या साइंस में फेल हो जाता है तो उसको पास करार दिया जाएगा। अगर वह अन्य वैकल्पिक विषय में महारत हासिल करता है जैसे कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी कंप्यूटर साइंस इत्यादि तेजतर्रार है तो उसको फेल नहीं किया जाएगा।

इन सभी वैकल्पिक विषय के अंको को जोड़कर उस छात्र को पास किया जाएगा। ऐसे में सीबीएसई की ओर से यह कदम उठाया गया है ताकि देश में ज्यादा से ज्यादा वैकल्पिक विषयों का हुनर बढ़ सके और भारत के हर क्षेत्र में उन्नति हो सके यह सीबीएसई बहुत अच्छे से जानता है। कुछ विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो अन्य विषयों में पीछे रह जाते हैं लेकिन उनके कुछ विषय बेहद ही मजबूत होते हैं। ऐसे छात्रों के लिए सरकार ने यह नीति अपनाई है इससे सबसे बड़ा फायदा यह है कि विद्यार्थी का साल बर्बाद होने से बच जाएगा।

वैकल्पिक विषय चुनने के लिए छात्र उत्सुक रहेंगे ऐसे में छात्र अपनी जिंदगी में नए आयाम छू सकता है। आपको बता दें कि वैकल्पिक विषयों की रूचि साल दर साल बढ़ती जा रही है। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में ऐसे छात्रों की कमी नहीं है जो वैकल्पिक विषय में रुचि दिखाते हैं। करीब 30 फ़ीसदी ऐसे छात्र निकल कर आए हैं जिनको अलग स्किल बेहद ही पसंद है 2019 में यह संख्या मात्र 15% थी, 2020 में संख्या 20% हो गई और अब 30% हो चुकी है। सीबीएसई बोर्ड की तरफ से यह एक बेहतरीन विकल्प है जहां छात्रों को नए तरीके और नए विषय सीखने एवं जाने को मिलेंगे।