बड़ा फैसला: इस वर्ष भी नहीं निकलेगी कांवड़ यात्रा, सरकार ने लगातार दूसरे साल स्थगित की यात्रा, कोरोना के चलते उठाया कदम

न्यूज डेस्क: सावन का महीना आने वाला है। ऐसे में बाबा भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए न जाने कितने श्रद्धालु दूर दूर से गंगा जल अर्पण के लिए कावड़ यात्रा रूप में उनके द्वार पहुंचते हैं। लेकिन, इस वर्ष फिर श्रद्धालुओं को निराश होना पड़ेगा। चुकी: कोरोना लेकर सरकार ने महत्वपूर्ण फैसला लिया है। आपको बताते चले की इस वर्ष कांवड़ यात्रा की शुरुआत 25 जुलाई से शुरू होनी थी।

परंतु, उत्तराखंड सरकार के बाद अब दिल्ली सरकार ने भी कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी है। दिल्ली सरकार की ओर से जारी नोटिस में यह कहा गया है। जारी आदेश में कहा गया है। “25 जुलाई से दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शुरू होने वाली आगामी कांवड़ यात्रा-2021 के दौरान किसी भी समारोह, जुलूस, सभा आदि की अनुमति नहीं दी जाएगी।” बता दे कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए सरकार हर स्तर पर कदम उठा रही है। इसी कड़ी में भीड़-भार वाले आयोजन पर सरकार सख्ती कर रही है। कांवड़ यात्रा से डर था कि कहीं फिर से कोरोना का फैलाव ना हो इसके कारण ही सख्त कदम उठाया गया है।

बढ़ते करोना के लेकर उठाया गया कदम: आपको बताते चले की हर वर्ष यात्रा अगस्त के पहले सप्ताह तक चलती है और हजारों शिव भक्तों को ‘कांवड़िया’ कहा जाता है। जो उत्तराखंड के हरिद्वार में गंगा से जल लेने के लिए उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली सहित पड़ोसी राज्यों से पैदल यात्रा करते हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि सरकारों को कोविड ​​​​-19 के प्रसार को रोकने के लिए हर कदम उठाना चाहिए। बता दें कि केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि राज्य सरकारों को महामारी के मद्देनजर कांवड़ यात्रा की अनुमति नहीं देनी चाहिए और टैंकरों के जरिए गंगा जल की व्यवस्था निर्दिष्ट स्थानों पर की जानी चाहिए।