सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा कोई भी ताकत नहीं बचा सकती, जंग शुरू है अपने घर में रहे

नई दिल्ली : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवाहृन पर बीते रविवार शाम 5 बजे पूरे देश ने एक साथ ताली और थाली बजा कर कोरोना वोलेंटियर्स प्रति अपना आभार व्यक्त किया। लेकिन क्या डॉक्टरों के पास इस बीमारी से लड़ने के लिए कारग़र हथियार हैं ? इसका जबाब है नहीं लेकिन हां हर भारतीय कोरोना के खिलाफ जंग लड़ सकता है जीत भी सकता है। इस जंग के लिए हर भारतीय के पास पहला और अंतिम हथियार सोशल डिस्टेंसिंग। बुधवार अहले 12 बजे रात से अगले 21 दिनों तक हर भारतीय को सोशल डिस्टेंसिंग का फार्मूला ही हर भारतीय और देश को सुरक्षित रख सकता है।

एक नजर में क्या है हमारी तैयारी ….

1. 5 लाख डॉक्टरों की कमी
स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में भारत की 145वीं रैंक

देश भर में 10,926 लोगों पर 1 डॉक्टर पब्लिक हेल्थ पर सबसे कम खर्च करने वाला देश भारत कोरोना वाइरस दुनियाभर के देशो के लिए उनकी स्वास्थ्य सेवाओं की परीक्षा के तरह है । इसने अमेरीका,इटली , जर्मनी , चीन जैसे विकसित देशों के हेल्थकेयर सिस्टम की जड़े हिला दी । ऐसे में भारत जैसे विकासशील देश के लिए यह एक चुनौती बन सकता है। हेल्थकेयर मामले में भारत 145 वीं रैंक पर है।

सरकार द्वारा जारी आँकड़े को देखे तो स्थिति काफी भयावह नजर आती है।
देश में प्रति 84,000 लोगों पर 1 आइसोलेशन बेड हैं और 36,000 लोगों पर एक क्वारंटीन बेड है। डब्लूएचओ के मुताबिक स्वास्थ्यकर्मियों पर इंफेक्शन का ख़तरा बाकी लोगों 15% ज्यादा है।लेकिन फिर भी ये लोग अपना दायित्व निभा रहे हैं । कई जगह के डॉक्टरर्स ने सरकार से N95 मास्क , बॉडी कवर , three layer mask, gloves , ply mask की माँग की है।

जानकारी के अनुसार सरकार ने 7,25,000 बॉडी कवर,15 लाख N95 mask,और 10,0000 three layer ply mask का ऑडर किया है जिसे आने में हफ्ता-10 दिन लग जाएगा।अब सवाल यह उठता है कि हौसला अफ़जाई के लिए ताली- थाली तो बजवा दी , लेकिन इन मूलभूत जरूरी चीजों का इंतज़ाम क्यों नहीं किया।

डॉक्टर कामना कक्कर की माने तो उनके पास इससे निपटने के लिए कोई सुविधा नहीं है। सरकार से आग्रह है कि वो जल्द से जल्द इस समस्या का निवारण करें। हम लोगों से अपील करते हैं कि वो अपने घरों में रहें। अफवाहों से बचें, और नियमों का पालन करें…

इस रिपोर्ट के जरिये the बेगूसराय का मकसद है कि इस वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए हर भारतीय को उसके घर मे रहने के लिए वास्तविक स्थिति से अवगत करवाया जा सके ताकि हर भारतीय अपने अपने घर और अपने देश को बचाने के समय में इस जंग को घर बैठ कर जीत सके।