आखिर Bullet Train के नाम में क्यों लगा है बुलेट? ये है इसके पीछे की खास वजह..

डेस्क : भारत के लोग बुलेट ट्रेन का काफी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी और जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने मिलकर भारत में बुलेट ट्रेन की नींव रखी थी। वहीं अब बुलेट ट्रेन चलाने को लेकर कार्य तेजी से किया जा रहा है। हाल ही में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार ने बुलेट ट्रेन को हर तरह के मंजूरी दे दी है। इसके बाद बुलेट ट्रेन से जुड़े कार्य कार्यों में गति आएगी। वहीं बुलेट ट्रेन को लेकर आपके मन में कई सवाल आते होंगे। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस ट्रेन के नाम के आगे बुलेट क्यों लगाया जाता है। यदि हां तो आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

ये है नाम का असली मतलब : आपको बता दें कि बुलेट ट्रेन के नाम के आगे बुलेट होने के पीछे एक दिलचस्प कहानी है। ट्रेन बंदूक की गोली से भी फास्ट चलती है। और यह वास्तव में गोली की तरह तेज चलती है। इन कारणों की वजह से भी इस ट्रेन का नाम बुलेट ट्रेन रखा गया है। साथ ही ट्रेन के आकार को बुलेट यानी गोली की तरह दर्शाया गया है।

सबसे पहले जापान में हुई थी शुरुआत : इसके अलावा बुलेट ट्रेन जापानी शब्द डांगन रेशा का शाब्दिक अनुवाद है, परियोजना को यही उपनाम दिया गया है। 1930 के दशक में इसकी काफी चर्चा की गई थी। बतादें कि बुलेट ट्रेन को जापान में शिंकासेन के नाम से भी जाना जाता है। जापान में लोग इस नेटवर्क को शिंकासेन नेटवर्क भी कहते हैं।

इस साल रखी गई थी भारत में बुलेट ट्रेन की नीव : आपको बता दें कि सितंबर 2017 के महीने में प्रधानमंत्री मोदी और जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। इस ट्रेन की खासियत यह है कि यह महज 2 घंटे में 500 किमी से ज्यादा की दूरी तय कर सकती है। अगर देश की सभी ट्रेनों की रफ्तार की तुलना की जाए तो बुलेट ट्रेन सबसे ज्यादा रफ्तार देगी।