डेस्क : आज ही के दिन 1951 में अर्थात 70 वर्ष पहले देश की सबसे बड़ी पार्टी ‘जनसंघ’ की नींव रखी गई थी। वही जनसंघ जो अब भारतीय जनता पार्टी बन चुकी है। जनसंघ की स्थापना 21 अक्टूबर 1951 को दिल्ली में श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने की थी।आने वाले चुनावों में ये पार्टी काफी सक्रिय रही। पर 1975 में इसका विलय जनता पार्टी में हो गया। लेकिन 29 वर्ष बाद ये फिर नए नाम के साथ अस्तित्व में आई।
3 से 303 सीट तक पहुचने का सफर
1952 के आम चुनाव में जनसंघ ने सक्रिय पार्टी के रूप में हिस्सा लिया पर सिर्फ 3 सीटें ही जीती।1957 के लोकसभा चुनाव में चार सीटें जीती।अटल बिहारी वाजपेयी जी पहली बार सांसद बने। 1962 में 14और 1967 में 35 सीटे जीतकर जनसंघ मजबूत बनती जा रही थी। तभी 1968 में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी का निधन हो गया। वाजपेयी जी 1969 मे अध्य्क्ष चुने गए और 1971 के लोकसभा चुनाव में 22 सीटे जीती।
इमरजेंसी ने बड़ा रोल प्ले किया
1975 की इमरजेंसी जनसंघ के लिए टर्निंग पॉइंट रही। 1977 में जनसंघ के नेताओं ने अन्य विरोधी दलों के साथ मिलकर जनता पार्टी बनाया।1977 के 6ठे लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को बहुत बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा। जनता पार्टी ने 295 सीट जीती।मोरारजी देसाई प्रधानमंत्री बनाए गए। पर आंतरिक कलह की वजह से 30 महीने में ही कई पार्टियों ने समर्थन वापस ले लिया।जनता पार्टी विघटित हो गई। मोरारजी देसाई ने इस्तीफा दे दिया। 1979 में चौधरी चरण सिंह प्रधनमंत्री बनाए गए। कांग्रेस ने समर्थन का वादा किया पर बाद में मुकर गए नतीजन तीन वर्ष में ही फिर से चुनाव हुए।
पहली बार 1980 का आम चुनाव जब जनता परतु ने लड़ा
1980 का आम चुनाव भारतीय जनसंघ ने जनता पार्टी के नाम पर लड़ा और 31 सीटे जीती कांग्रेस ने 383 सीट जीत कर सरकार बनाई।1989 के चुनाव में 85 सीट जीतकर बीजेपी ने जनता दल को समर्थन दे दिया और वी पी सिंह की सरकार बनी।
बड़ी राजनीतिक पार्टियों में पहचान बन जाने के बाद भी जब सिर्फ 13 दिन में गिरी सरकार
1996 के चुनाव में बीजेपी सबसे मजबूत पार्टी बनकर उभरी ।चुनाव के कुछ वक़्त पहले ही राम मंदिर आंदोलन की वजह से बीजेपी की अच्छी साख बन गई थी इसी से 161 सीट जीत वाजपेयी जी की सरकार बनी। पर ये सिर्फ 13 दिनों में गिर गई।पर 1999 के चुनाब के बाद वाजपेयी जी फिर से प्रधानमंत्री बने। परंतु 2004 और 2009 में बीजेपी की सिथति सही नहीं रही और कांग्रेस की सरकार बनी।
2014 आम चुनाव में हुई बीजेपी की वापसी
2014चुनाव में बीजेपी ने वापसी की और पहली बार केंद्र मे पूर्ण बहुमत से नरेंद्र मोदी की सरकार बनी। 2019 के आम चुनाव में 303 सीट लेकर फिर से बीजेपी की सरकार बनी। दिल्ली के एक कॉलेज के छोटे से कमरे से शुरू हुआ सफर जो आज 1.70 लाख स्क्वायर फ़ीट में बीजेपी हेडक्वार्टर में फैल गया है। जनसंघ से भारतीय जनता पार्टी तक का सफर आसान नहीं रहा पर बीजेपी आज सांसद और विधानसभाओ के प्रतिनिधित्व के मामले में दुनिया की सबसे बडी राजनीतिक पार्टियों में से एक बन चुकी है।