यहां मिल रहा है 24 कैरेट सोने का पान, ब्रांडेड जूते और चश्मा बराबर दाम, जानिए क्या है खास

24 Carat Gold Paan : ‘खाई के पान बनारस वाला’ यह गाना अपने समय में लोगों के दिलों पर राज करता था। आज की तारीख में भी इसका जादू लोगों के सर पर चढ़कर बोलता है। जैसे इस गाने का जादू सर चढ़कर बोलता है उसी तरीके से पान भी लोगों के लिए खूब आकर्षण का केंद्र बना रहता है।

शादी हो या फिर कोई फंक्शन या फिर कोई मस्ती का माहौल लोग पान को बड़े शौक से खाते हैं। जिस तरह लोग पान को शौक से खाते हैं उसी तरह लोग अपनी शौक का खाने के लिए नवाबों के शहर लखनऊ (Lucknow) की तरफ रुख करते हैं।

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) राज्य की राजधानी तथा नवाबों की शहर की उपाधि लिए लखनऊ में लोग बिरयानी, कबाब तथा तंदूरी खानों की लजीज रेसिपी खाने के लिए लोगों का तांता लगा रहता है। दूरदराज से भी लोग इस शहर में इसीलिए जाते हैं ताकि इन व्यंजनों का स्वाद ले सके।

अब इस शहर की एक और चीज लोग खाने के लिए उत्सुक हैं और वह है 24 कैरेट के सोने का पान। यह इन दिनों जलपान गली में खूब सुर्खियां बटोर रहा है। तो आइए जानते हैं आखिर ऐसा क्या है इस पान में जिसके कारण यह पूरे देश में चर्चा का केंद्र बना हुआ है।

संजय कुमार चौरसिया (Sanjay Kumar Chaurasiya) नामक मास्टर का कोरोना महामारी के दौरान व्यवसाय पूरी तरीके से बंद हो गया था। व्यवसाय ठप पड़ने के बाद संजय कुमार चौरसिया (Sanjay Kumar Chaurasiya) ने कुछ यूनिक करने की ठानी और इसी आइडिया के तहत वह लेकर आए गोल्डन पान।

इस पान में सिल्वर की फीलिंग रहती है तथा बाहरी हिस्से में सोने का कवर रहता है। उसके बाद इस गोल्डन पार्क को केसर से सजाकर इसे ग्राहकों को दिया जाता है। इस पान को बनाने में तकरीबन आधे घंटे का समय लगता है और जब आप इस पान को खाएंगे तो आपको सोने चांदी और केसर का स्वाद एक साथ मिलेगा।

अगर बात करें पान के फायदे की यह पान ना केवल स्वादिष्ट है बल्कि पाचन प्रक्रिया में भी काफी सहायक साबित होती है। यह पान एक बहुत ही अच्छा रिफ्रेशिंग एलिमेंट के तौर पर भी काम करता है।

इस गोल्डन पान की कीमत 999 रुपए है।

अब आपके मन में यह सवाल उत्पन्न हो रहा होगा कि आखिर यह पान लखनऊ में कहां मिलेगा? तो अगर आप यह पान खाने को इच्छुक है तो आपको लखनऊ के आशियाना चौराहे जाना होगा।

इस चौराहे पर जाने के बाद नेशनल पार्क दरबार नाम से दुकान चलती है। यह पान इसी दुकान में उपलब्ध है। यह दुकान ऊपर चर्चा किए गए संजय कुमार चौरसिया का है। उन्होंने कोरोना महामारी खत्म होने के बाद 27 सितंबर 2022 को इस दुकान को बनाया था।