झारखण्ड रोप वे रेस्क्यू LIVE : 2500 फ़ीट की ऊंचाई पर अभी भी लटकी 12 जानें- सेना का जवान भी शामिल

डेस्क : झारखंड के देवघर में स्थित त्रिकुट पर्वत पर आज रोप-वे हादसे का तीसरा दिन है। 2500 फीट की ऊंचाई पर रोप-वे वाली 3 ट्रॉलियों में लोग फंसे हुए हैं। दो ट्रॉली में एक ही परिवार के लोग अभी भी मौजूद हैं। इस वक्त टीम के लिए यह सबसे मुश्किल रेस्क्यू कार्य है। भारतीय वायुसेना ने इस वक्त हेलिकॉप्टर के माध्यम से अपना ऑपरेशन शुरू किया हुआ है।

करीब डेढ़ घंटे में 14 लोगों की खबर ली गई है जिसमें से 4 काे निकाल लिया गया है। इतना ही नहीं रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान ही एक जवान ट्रॉली में ही फंस गया।वायुसेना,सेना,आईटीबीपी और NDRF की टीम ने हाल ही में बीते सोमवार को करीब 12 घंटे के ऑपरेशन के बाद 32 लोगों को तीन हेलिकॉप्टर और रस्सी के के द्वारा बचाया गया। रेस्क्यू के वक्त एक व्यक्ति का सेफ्टी बेल्ट टूट गया, जिसके बाद उस व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। अब तक कुल मिलाकर तीन लोगों की जान जा चुकी है। फिलहाल 12 लोग घायल हैं।

वायु सेना, सेना और एनडीआरएफ के सभी जवान इस वक्त अतिरिक्त सतर्कता के साथ काम कर रहे हैं। टीम में मौजूद एक अधिकारी का कहना है की तीन ट्रॉली सबसे ऊंचाई वाले स्थान पर हैं। यहाँ से लोगों को निकालने के लिए बहुत ध्यानपूर्वक काम किया जा रहा है। रोप-वे के तार की वजह से लोगों तक पहुंचने में काफी कठिनाई आ रही है। अब तक फिलहाल इस ऑपरेशन में वायु सेना के तीन हेलिकॉप्टर को रेस्क्यू के लिए लगाया गया है। आला अधिकारी का कहना है की वह मौके पर ही कैंप कर रहे हैं। इस हादसे में बीते पिछले दो दिनों में कुल मिलाकर 42 लोगों को बचाया जा चुका है। फिलहाल कुछ लोगों का अस्पताल में इलाज हो रहा है। इसमें महिलाएं और बच्चियां भी मुख्य रूप से शामिल हैं। कुछ घायल इस वक्त आईसीयू में भी मौजूद है।

करीब 3 ट्राली में 14 लोग फंसे हुए हैं। जिसमें दो ट्रॉली के अंदर एक ही परिवार बैठा हुआ है। यह सभी लोग देवघर के राम मंदिर रोड मोहल्ले के रहने वाले हैं। ट्रॉली नंबर 6 और 7 में लोग बुरी तरह फंसे हुए हैं। इनके नाम इस प्रकार हैं छठी लाल साह,पुत्र अमित कुमार, पुत्र वधू खुशबू कुमारी,जया कुमारी, उनकी धर्मपत्नी शोभा देवी, के साथ दो बच्चे जिसमें 3 साल का वीर एवं 10 साल का कर्तव्य शामिल है।

घटनास्थल पर मौजूद छठी लाल की बेटी अपर्णा का कहना है की रात भर फोन से यह लोग अपने माता पिता की हाल खबर लेते रहे। वह सभी लोग बहुत ज्यादा डरे और सहमे हुए हैं, लेकिन अब उनकी हालत ठीक है। बस वह सभी लोग जल्द से जल्द नीचे उतरने के लिए तैयार हैं। उन लोगों ने पूरी रात भर पानी नहीं पीया है। इस वक्त सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों को हो रही है, वैसे भी आखिर में लोग ट्रॉली में ही फंसे रहे गए।