क्या है TOFELएग्जाम? जिसे देने के लिए तेजी से बढ़ी भारतीय छात्रों की संख्या? पढ़े- पूरी जानकारी…

डेस्क : भारतीय छात्रों की विदेश में पढ़ने के प्रति रुझान हमेशा से रहा है। इसके लिए छात्रों को एक परीक्षा पास करना होता है। इस परीक्षा को हर साल लाखों बच्चे देते हैं, ताकि 12वीं के बाद विदेश में पढ़ने का मौका मिले। इसी कड़ी में इन दिनों इस परिक्षा की चर्चा खूब हो रही है।

इसका नाम ‘टेस्ट ऑफ इंग्लिश ऐज ए फॉरेन लैंग्वेज’ (TOFEL) हैं। इस परीक्षा में पास होने वाले उमीदवार विदेश में स्थित बड़े संस्थानों पढ़ाई करते हैं। इस बीच एजुकेशन टेस्टिंग सर्विस ने एक आंकड़ा पेश किया है। इन आंकड़ों से पता चलता है कि विदेश जाने वालों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है।

आंकड़ों के मुताबिक, विदेश में पढ़ाई के लिए इस परीक्षा में शामिल होने वाले भारतीय उम्मीदवारों का प्रतिशत 2021 में कुल उम्मीदवारों के 5.83 प्रतिशत से बढ़कर 2022 में 7.77 प्रतिशत हो गया है। ईटीएस के भारत और दक्षिण एशिया कंट्री मैनेजर सचिन जैन ने कहा कि यह प्रवृत्ति युवाओं की बदलती आकांक्षाओं का प्रमाण है। 2021 की तुलना में 2022 में भारतीय परीक्षार्थियों की संख्या में 59 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। पिछले वर्ष की तुलना में 2021 में टीओईएफएल परीक्षा देने वाले भारतीयों की संख्या में 53 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

इन शहरों से ज्यादा बच्चे देते हैं एग्जाम

टीओईएफएल परीक्षा में देशभर से बच्चे बैठते हैं। इनमें से अधिकतर बच्चे मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, गुरुग्राम, चेन्नई, कोलकाता और अहमदाबाद से हैं। इन शहरों के अलावा दूसरे राज्यों से भी बड़ी संख्या में बच्चे परीक्षा में शामिल होते हैं। यह परीक्षा द्वारा आयोजित किया जाता है।

इस परीक्षा में शामिल होने वाला हर अभ्यर्थी विदेश जाने का सपना देखता है। लेकिन सवाल ये भी है कि आखिर देश की शिक्षा में क्या खराबी है, जो बच्चे बाहर जाकर इस परीक्षा को पास करने के लिए इतनी मेहनत करते हैं। हालाकि बच्चे अधिक आकांक्षाओं के चलते विदेश जाना चाहते हैं।