CTET और TET में क्या होता है अंतर? किसमें मिलती है ज्यादा सैलरी, जानें – विस्तार से….

Difference between TET and CTET? सेंट्रल बोर्ड का सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE Board) की ओर से हाल के दिनों में CTET परीक्षा का आयोजन किया गया था. परीक्षा परिणाम आने की आंसर जल्दी देखे जा रहे हैं. वहीं बिहार में STET परीक्षा का रजिस्ट्रेशन भी बंद कर दिया गया है. हालांकि छात्रों को स्टेट TET और CTET परीक्षा को लेकर हमेशा कंफ्यूजन बना रहता है तो लिए आज हम TET और CTET के बीच का अंतर समझते हैं.

TET और CTET के बीच का क्या अंतर

सबसे पहले हम CTET की बात करें, इसे सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट परीक्षा CBSE Board के द्वारा कराया जाता है. इस परीक्षा को पास करने वाले परीक्षार्थी को सेंट्रल लेवल के स्कूल में टीचर के पद पर भर्ती होने का मौका मिलता है.

यानी कि इस एग्जाम को क्वालीफाई करने वाले लोगों को नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालय जैसे स्कूलों में टीचर बनने का मौका मिलता है. वही सरकारी टीचर बनने के लिए डिग्री और डिप्लोमा के बाद ही पहला टेस्ट एंट्रेंस के रूप में CTET का कराया जाता है.

वहीं अब TET की बात करें, CTET और इस परीक्षा में कोई विशेष फरक नहीं होता है क्योंकि यह परीक्षा भी स्टेट लेवल की परीक्षा होती है. हालंकि इसे बिहार में STET के नाम से कराया जाता है ठीक उसी प्रकार उत्तर प्रदेश में इस परीक्षा को UPTET के नाम से जाना जाता है जबकि मध्य प्रदेश में MPTET के नाम से आयोजित किया जाता है. इस परीक्षा को क्वालीफाई करने वाले लोगों को राज्य स्तर के सरकारी स्कूल में टीचर बनने का मौका मिलता है.

TET और CTET योग्यता

सीटीईटी क्वालीफाई करने वाले को 1 कक्षा से लेकर पांचवी कक्षा तक शिक्षक बनने का मौका मिलता है. इस परीक्षा को क्वालीफाई करने के लिए 12वीं पास होना अनिवार्य है और दो कक्षा से लेकर 6 से आठवीं तक के लिए 50 फीसदी अंक से ग्रेजुएशन वाले छात्र ही आवेदन कर सकते हैं. वहीं बिहार में STET लेवल की परीक्षा पास करने के लिए ग्रेजुएट और लेवल 2 के लिए मास्टर की योग्यता जरूर होनी चाहिए.

अभियार्थियों के बीच किसकी डिमांड अधिक

वैसे तो अभ्यर्थियों को यह दोनों परीक्षा टीचर बनने के लिए देना पड़ता है. लेकिन अगर इसके डिमांड की बात करें तो ज्यादा संख्या में परीक्षार्थी CTET में शामिल होते हैं. वहीं अगर स्टेट TET परीक्षा की बात की जाए तो इसका धारा सीमित किया गया है. यानी की अगर कोई परीक्षार्थी यूपीटेट परीक्षा को पास करता है तो वह केवल उत्तर प्रदेश के स्कूलों में ही टीचर बनने के लिए आवेदन कर सकता है. हालांकि इनसे जुड़ी अधिक जानकारी सभी राज्य के आधिकारिक पोर्टल पर दी गई है जहां से आप देख सकते हैं.