आखिर सांप और नेवले के बीच क्यों है दुश्मनी? जानिए- उनकी लड़ाई का कारण….

डेस्क : सांप और नेवले के बीच लड़ाई की कहानी तो आपने खूब सुनी होगी। ऐसा कहा जाता है कि ये दोनों जानी दुश्मन हैं। इनकी लड़ाई भी मर मिटने वाली होती है। इंसानों को भी सांप और नेवले की लड़ाई देखने में खूब मजा आता है। अब तो लोग इंटरनेट से देखने लगे हैं। लेकिन क्या आपका पता है कि सांप और नेवला लड़ते क्यों हैं और जहरीले होने के बाद भी सांप नेवला से हार कैसे जाता है? तो इन सभी सवालों के जवाब को जानते हैं।

यही है दुश्मनी का कारण

दरअसल सांप और नेवले की दुश्मनी पर सबके अपने-अपने तर्क हैं। लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक
सांप और नेवले की दुश्मनी की असली वजह कुछ और ही है। दरअसल, सांप नेवले के बच्चे का शिकार करता है। उसे भोजन के रूप में नेवले के बच्चे बहुत पसंद हैं। अपने बच्चे को बचाने के लिए नेवला सांप से भिड़ जाती है और इसी वजह से दोनों के बीच दुश्मनी चलती रहती है।

नेवला अधिक फुर्तीला होता है

आमतौर पर कहा जाता है कि भारत में पाया जाने वाला भूरा नेवला सांप के जहर से भी जीवित रहता है, पर ये सच नहीं है। लेकिन नेवले पर जहर का असर काफी समय तक होता है। इस वजह से देखा जाता है कि लड़ाई के दौरान सांप का खून बहाकर नेवला बच जाता है, लेकिन कुछ देर बाद ज्यादातर मामलों में उसकी मौत हो जाती है। इसके साथ ही सांप से ज्यादा फुर्तीला होने के कारण नेवले को इसका फायदा भी मिलता है। अपनी फुर्ती से वह साँप के डंक से बच जाता है।

नेवले के शरीर में विष का नहीं होता असर

अब बात करते हैं नेवले के शरीर के अंदर जहर के असर के बारे में। नेवले के शरीर के अंदर एक विशेष एसिटाइलकोलाइन रिफ्लेक्स होता है। इससे नेवला सांप के जहर के अंदर मौजूद न्यूरोटॉक्सिन से बच जाता है। यही चीज़ नेवले को सुरक्षित रखती है। नेवले के डीएनए में मौजूद अल्फा और बीटा ब्लॉकर्स जहर को उसे नुकसान पहुंचाने से रोकते हैं। इस वजह से अगर सांप नेवले को काट भी ले तो उसकी जान ज्यादातर बच जाती है।