आखिर किन्नरों से लोग क्यों मांगते हैं एक रुपए का सिक्का? जानिए- क्या है महत्त्व…

डेस्क : भारत में आज भी लोग टोटका को खूब मानते हैं। घर की शांति और समृद्धि के लिए भी कई बार टोना टोटका किया जाता है। इसी कड़ी में किन्नर से एक रूपये का सिक्का लेना भी इसी का हिस्सा है। समाज में किन्नरों को एक अलग नजरिए से देखा जाता है।

इनके साथ भेदभाव तक किया जाता है। लेकिन जब आशीर्वाद लेने की बात आती है तो लोग इनके पास एक आकांक्षी की तरफ पेश आते हैं। आज हम जानेंगे कि लोग किन्नरों से एक रूपये का सिक्का क्यों मांगे हैं, इन सिक्कों का क्या फायदा है?

दरअसल, देश में किन्नरों के आशीर्वाद को शुभ माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि किन्नर यदि आशीर्वाद के साथ एक रूपये का सिक्का किसी को दे दे तो घर में शांति और गृह गोचर से निवारण होता है। लेकिन किन्नर के द्वारा दिए जाने वाले हर सिक्कों का असर ऐसा नहीं है।

किन्नरों को हमेशा से भेदभाव का सामना करना पड़ा है, लेकिन आशीर्वाद लेने के समय लोग सम्मान देने लगते हैं। यही स्तिथि एक रूपये के सिक्के लेने के समय भी है। लोग कई बार किन्नरों से जबरदस्ती एक रूपये का सिक्का मांगने लगते हैं। यहां तक की एक रूपये के बदले 100-100 रूपये देने तक तैयार रहते हैं।

लेकिन सिक्का जबरदस्ती लेने का कोई फायदा नहीं होता है। दरअसल किन्नर यदि खुश होकर सिक्का किसी को देती है, तभी इन सिक्कों पॉजिटिव असर दिखता हैं। किन्नरों का कहना है कि जब वो कुछ होकर सिक्का देती है तब अपने गहनों का निसान लगा देती है। इसमें सोना, चांदी और सिंदूर का स्पर्श कराया जाता है। तब जाकर इन सिक्कों का असर घर में शांति के रूप में दिखता है।