बिजली की तारों पर बैठे पक्षियों को करंट क्यों नहीं लगता? जानें- इसके पीछे छिपा का साइंस..

Ajab Gajab : हम सुबह से लेकर शाम तक हर रोज कई सारी चीज देखते हैं, लेकिन कुछ चीज ऐसी है जिनकी वजह हम नहीं जानते हैं। हम रोज-रोज ऐसी घटनाओं को देखकर इनके आदी हो चुके है, इसलिए इन्हें अजीब भी नहीं मानते।

जैसे कि आपने कई बार तार पर बैठी हुई चिड़िया को देखा होगा, लेकिन हाई वोल्टेज तार पर बैठने के बाद भी इस करंट क्यों नहीं लगता है इसका कारण आपको पता नहीं होगा? आखिर गलती से भी इंसान तार को टच हो जाए तो उसे तेज करंट लगता है, लेकिन आराम से बैठी हुई चिड़िया को कुछ नहीं होता, आखिर ऐसा क्यों?

कई बार आपने देखा होगा कि चिड़िया पूरे समूह के साथ तार पर बैठी रहती है, लेकिन कोई भी करंट से नहीं मरती है। इन्हीं तारों से हमारे घरों में लाइट आती है। घरों में मौजूद अर्थिंग वायर के करिये एक सर्किट पूरा जाने से घर के बल्ब और पंखे आदि चलते हैं, लेकिन जब चिड़िया हवा में लटके तार पर बैठती है, तब उसे करंट नहीं लगता। आइये आज आपको बताते हैं कि इसके पीछे क्या कारण है?

इस नियम को समझिये

अगर आप इसे अच्छे से समझना चाहते है तो आपको पहले बिजली के प्रवाह को समझना होगा। बिजली तार के माध्यम से एक से दूसरे मीडियम में प्रवाहित होती है। बिजली उस रास्ते से अच्छे से निकलती है जहां पर उसे कोई रूकावट नहीं मिलती है।

इसलिए बिजली के प्रवाह को अच्छे से फ्लो करने के लिए तांबे का इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसा बताया जाता है कि चिड़ियों के शरीर में कई ऐसी कोशिकाएं और ऊतक होते है, जो तांबे के तार में प्रतिरोध पैदा करता है और बिजली के प्रवाह को प्रभावित करते है।

इस शर्त पर लगता है करंट

ऐसे में अपने कई बार देखा होगा की तार पर बैठी हुई चिड़िया को करंट नहीं लगता है। अब एक महत्वपूर्ण बात ये भी है कि अगर चिड़िया तार के साथ ही जमीन के संपर्क में भी आ जाए तो अर्थिंग सर्किट कंप्लीट हो जाएगा और चिड़िया को करंट लग जाएगा।

इंसानों के साथ भी ऐसा ही होता है। जब इंसान की बॉडी जमीन के संपर्क में होती है तभी उसे करंट लगता है। ऐसा अर्थिंग सर्किट कंप्लीट होने के कारण होता है। ये दिलचस्प बात जानकार आप भी हैरान होंगे।