सभी जज व वकील क्यों पहनते हैं केवल काला कोट? ये फैशन नहीं है, जानें- असल वजह…..

Why Lawyers Wear Black Coat: देश में जज हों या वकील, उनका रुतबा देखने लायक होता है। इस क्षेत्र में हमेशा से जाने वालों की कोई कमी नहीं रही है। हर साल लाखों छात्र वकील (Advocate) बनने के लिए कॉलेज में दाखिला लेते हैं। उनका जलवा फिल्मों में भी देखा जा सकता है।

लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि वकील हो या जज सभी काला कोट (Black Coat) क्यों पहनते हैं। देश में मुख्य न्यायाधीश से लेकर जिला अदालत के वकील तक काला कोट पहनते हैं। तो आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण कि हम काला कोट ही क्यों पहनते हैं।

दरअसल, काला कोट अनुशासन और आत्मविश्वास का प्रतीक माना जाता है। इसके अलावा अगर काले रंग की बात करें तो यह शक्ति और अधिकार का भी प्रतीक है। इसके साथ ही काले रंग का संबंध आदेशों का पालन करने और न्याय के अधीन होने से भी है। इसीलिए सभी वकील और न्यायाधीश न्याय के अधीन माने जाते हैं।

इसके अलावा काला कोट वकीलों और जजों को अन्य व्यवसायों की तुलना में एक अलग पहचान देता है। वहीं कई बार आपने वकीलों की शर्ट में सफेद बैंड भी देखा होगा। दरअसल, यह बैंड पवित्रता और मासूमियत का प्रतीक है, जो किसी भी वकील के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।

वहीं बता दें कि काला रंग अंधेपन का भी प्रतीक होता है। ऐसे में हम सभी जानते हैं कि कानून भी अंधा होता है यानी जिस तरह अंधा व्यक्ति कभी भी पक्षपात नहीं करता, उसी तरह कानून भी समाज में सभी के लिए बराबर होता है।

इसी तर्ज पर अब वकीलों को भी कोर्ट में काला कोट पहनना अनिवार्य कर दिया गया है, क्योंकि यह इस बात का प्रतीक है कि अदालती कार्यवाही के दौरान वकील बिना किसी भेदभाव के न्याय के लिए लड़ेंगे। वहीं, साल 1961 में बने एडवोकेट एक्ट नियमों के अंतर्गत कला कोट अनिवार्य है।