अधिकतर जींस के नीले रंग होने के पीछे क्या है कारण, जानें

जींस करीब 200 सालों से चलता आ रहा है। आज भी यह वैसा ही है जैसे पहली बार लिवाइस कंपनी ने बनाया था। समय के साथ कंपनी ने छोटे-मोटे बदलाव किए। हालांकि, एक चीज आज भी कॉमन रही और वह है जींस का कलर। दुनिया के करीब 80% जेंट्स का रंग नीला होता है लेकिन क्या आपको पता है कि हम नीला क्यों होता है?

पहले जींस को ब्लू कलर देने के लिए नेचुरल इंडिगो डाई का उपयोग किया जाता था। यह एक केमिकल डाई होती है जिसका इस्तेमाल वर्षों तक किया जाता रहा। दरअसल जींस को जब रंगा जाता है तब नेचुरल इंडिगो डाई का कलर इसके एक तरफ ही चढ़ता है, दूसरी तरफ यह नहीं चढ़ता। इसके आलावा कई कारण हैं कि जींस का रंग ब्लू होता है।

उस दौर में जींस को नीला रंग देने के पीछे एक और वजह थी। अन्य केमिकल के मुकाबले इंडिगो डाई काफी सस्ती और किफायती मिल जाती थी। जींस पहनने के कल्चर के साथ यह रंग भी धीरे-धीरे काफी पॉपुलर हो गया। इसका नतीजा यह हुआ कि लोग जींस को ब्लू कलर से जानने लगे और इसे काफ़ी पसंद भी किया जाने लगा।

सबसे हैरानी की बात यह है कि शुरुआती दौर में अमेरिका में वर्कर्स के लिए बनाई गई थी। तब के समय इसका रंग भी तय नहीं किया गया था और इसे रंगने के लिए इंडिगो डाई का प्रयोग किया गया। फिर जैसे-जैसे यह धुला छोटा चला गया। ऐसे में लोगों को ऐसे पहनने का अच्छा अनुभव हुआ।