क्या होगा जब किसी नदी में करंट का तार डाल दिया जाए…

यह तो हम सभी जानते हैं कि पानी में करंट फैलता है। पानी और करंट का रिश्ता बड़ा ही याराना होता है। लेकिन अगर ऐसा हो कि नदी में करंट का तार गिर जाए तो क्या होगा? हम सभी जानते हैं कि पानी में करंट फैलता है और यदि किसी नदी में करंट का तार गिर जाए तो बवाल हो सकता है। इसके साथ ही सवाल यह भी है कि पानी में करंट लगने पर यह कहां तक फैल सकता है और कितना नुकसानदायक होगा।

पानी में करंट के खेलने के लिए केवल पानी का होना जरूरी नहीं है। इसके लिए पानी का अशुद्ध होना भी जरूरी है। यदि पानी शुद्ध है तो बिजली का करंट का असर इतना ज्यादा नहीं है। अब ऐसे में पानी के फैलने ना फैलने का संबंध शुद्ध -अशुद्ध होने से होता है। माना जा सकता है कि बहते पानी में करंट का असर अधिक नहीं होगा। वहीं यदि कहीं तालाब या पानी इकट्ठा हो तो वहा खतरा ज्यादा हो सकता है।

अब सवाल यह उठता है कि पानी अशुद्ध हो तब क्या होगा? ऐसा भी नहीं है कि पानी अशुद्ध होगा और जहां तक पानी होगा करंट भी वहां तक होगा। यह करंट के वोल्टेज पर डिपेंड करता है। वोल्टेज से ही पता चलता है कि करंट कितनी दूरी तक रहेगा। ऐसा भी हो सकता है कि अब कुछ ही दूरी तक हो और इस वक्त आने में गर्मी से उठने वाले बुलबुले हो। आपको बताते चलें कि यदि नदी या तालाब में कोई पैर रहा हो और ऐसे में वहां करंट या बिजली का तार गिरे तब क्या होगा? तब यह उसकी गहराई, तार से दूरी या वोल्टेज पर डिपेंड करता है। यदि वह तार के पस हो या बोल्टेज ज्यादा हो तो उससे नुकसान भी हो सकता है।