Taj Mahal Facts : क्या आप जानते हैं 3 बार बिक चुका है ताजमहल? जान लीजिए इतिहास..

Taj Mahal Facts : प्यार की निशानी ताजमहल भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में प्रसिद्ध है. दुनिया भर की अलग-अलग कोने से लोग इसे देखने के लिए आगरा पहुंचते हैं. ताजमहल का इतिहास ताजमहल के बारे में कहानी और इसके निर्माण को लेकर तमाम जानकारियां लोगों की पास पड़ी हुई है. लेकिन इस इसी जुड़ी कुछ ऐसी जानकारियां है. जिसके बारे में बेहद कम लोगों को ही पता है तो आज उनके बारे में चर्चा करते हैं.

ताज में है ये कमियां

बता दें कि, ताजमहल के निर्माण के समय शाहजहां ने इस बात को रखा था कि इसमें कोई भी कमी नहीं आनी चाहिए. जिसकी वजह से शाहजहां ने एक मजदूर का हाथ काट दिया था और इसी को देखते हुए एक मजदूर ने मजार के ठीक ऊपर गुंबद में एक छोटा सा छेद बना दिया ताकि ताजमहल दो सही ना रह सके और इसके अलावा बने 11 पिलर में एक पिलर को गोल आकार दे दिया है ताकि ताजमहल में कुछ कमियां निकाल सके.

इस वजह से टीका है ताज

इस बात को भी कहा जाता है कि ताजमहल का नींव आबनूस और महोगनी की लकड़ियों से बनाया गया है. अब इन्हें मजबूत रखने के लिए हमेशा नमी की जरूरत होती है ऐसे में यमुना नदी होने की वजह से इनमें हमेशा नमी मिलती गई और यह टिका रह गया. अगर यमुना नदी न होती तो शायद ताजमहल को बना पाना काफी मुश्किल हो जाता.

3 बार बिक चुका है ताज

दरअसल, बिहार के रहने वाले नटवरलाल ने दो बार लाल किले को और एक बार संसद भवन को बेच दिया था. वहीं नटवरलाल का असली नाम मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव है जिसके ऊपर 100 अधिक ठगी के मामले लगे हुए हैं. नटवरलाल की तलाश में 8 राज्यों की पुलिस लगी हुई थी . लेकिन इसके बावजूद भी वह उन्हें चकमा देकर निकलता रहा और उसे 100 साल से भी अधिक की सजा सुनाई जा चुकी थी.