Snake Bite : सांप काटने से हुई मौत पर मिलेगा 4 लाख, 48 घंटे में Account में आएंगे पैसे! जानें-

Snake Bite: आज के समय में सांप काटने के बाद मौत हो गई है. ऐसी खबर अक्सर हमें अपने आसपास जरूर सुनने को मिलती है. लेकिन सांप के काटने से हुई मौत के बाद उसके परिवार के लोगों को राज्य सरकारों द्वारा आर्थिक रूप से मदद किया जाता है. इसके बारे में बेहद कम लोगों को ही पता है. अगर आपको भी नहीं पता तो ये खबर आपके बेहद कम की होने वाली है. आइए जानते है कैसे ?

क्या है आंकड़ा ?

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार भारत में हर साल लगभग 5 मिलियन सर्पदंश (लोगों को काटते है) होते हैं, जिसमें से लगभग 2.7 मिलियन जहरीले किस्म के होते है. जिसकी वजह से हर साल 81,000 से लेकर 138,000 के बीच लोगों को अपनी जान गवानी पड़ जाती है.

UP सरकार देती है इतने रुपए

ऐसे में उत्तर प्रदेश (UP Government) की सरकार ने सर्पदंश से होने वाली मौतों को राज्य आपदा घोषित किया है. यानी अब सांप से काटने के बाद अगर किसी की मौत होती है, तो मृतक के परिवार को 4 लाख रुपए की आर्थिक रुपए से मदद दी जाएगी.

राजस्थान सरकार ने भी लिया फैसला

राजस्थान सरकार ने भी फैसला लेते हुए विषधर से प्राण रक्षा के लिए एंटी वेनम और सर्प दंश से मौत के बाद 5 लाख रुपए मुआवजे के रूप में देने की बात कही है.

MP देती है इतने रुपए

ऐसी स्तिथि में मध्य प्रदेश (MP Government) की सरकार ने सर्पदंश से होने वाली मौतों के बाद परिवार को 4 लाख रुपए की आर्थिक रुपए से मदद दी जाएगी.

मौत के बाद करें ये काम

  • अगर आपको जानकारी में किसी व्यक्ति की मौत सांप के काटने से होती है तो आप उसे राज्य सरकार द्वारा दी जा रही इस सुविधा से जोड़ सकते हैं.
  • इसके लिए आप मृतक व्यक्ति को पहले पोस्टमार्टम के लिए भेज दे और साथ में अपने नजदीकी लेखपाल को जरुर सूचना दें.
  • अब आपको पोस्टमार्टम की रिपोर्ट लेकर अपने लेखपाल को सौंप देनी होगी. इसके बाद उसकी जिम्मेदारी होगी कि वह आगे से पास कर कर डीएम के पास भेज दिया जा रहा है.
  • जहां से मंजूरी मिलने के बाद फाइनेंशियल डिपार्मेंट द्वारा सरकार द्वारा दी जा रही रकम को उनके खाते में भेज दिया जाता है.

ये राज्य सबसे ऊपर

लेकिन आज के समय में भारत में सर्पदंश से होने वाली मौतें लगभग 80% से कहीं अधिक हो चुकी हैं. वहीं भारत के भीतर, उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 16,100 मौतें होती हैं, इसके बाद मध्य प्रदेश 5,790 मौतें तक और राजस्थान (5,230 मौतें तक) हैं.