जब कैमरा ‘लेंस गोल’ होता है तो फिर फोटो क्यों ‘चौकोर’? जानकार माथा पीट लेंगे..

Why Camera Lenses Round? आप दुनिया के किसी भी ‘स्मार्टफोन’ या फिर महंगे से महंगे ‘कैमरा’ को उठाकर देख लीजिए सभी का कैमरा आपको गोल ही नजर आएगा. लेकिन जब तस्वीर खींची जाती है, तो फोटो का साइज ‘चौकोर’ होता है.

ऐसे में आपके मन में यह सवाल तो जरूर आया होगा, जब तस्वीर ‘चौकोर’ ही होता है तो फिर कैमरा का लेंस ‘गोल’ क्यों बनाया गया? चलिए इसका जवाब जानते हैं. दुनिया के किसी भी कैमरे का लेंस मानव की आंख जैसा होता है, जिस तरह आंख का ‘रेटिना’ गोल होता है, ठीक उसी तरह कैमरे का लेंस भी गोल बनाया गया है.

आसान भाषा में कहे तो मानव की आंख जैसा ही ‘कैमरे का लेंस’ बनाया गया है. यह बिल्कुल वैसे ही काम करता है जैसे मानव की आंख काम करती है. अब सवाल यह उठता है कि अगर ‘कैमरे का लेंस’ गोल है, तो फिर ‘गोल आकार’ में तस्वीरें क्यों नहीं लेता है, फिर क्या जरूरत है ‘चौकोर तस्वीरें’ की…

इसका सीधा जवाब है कि जब मानव अपनी गोल रेटिना वाली आंखों से कुछ देखता हैं, तो दिमाग में जो छवि बनती है, वह चौकोर होती है. इसलिए फोटो भी वैसी ही बनती है, जैसी किसी चीज को देखने के बाद आपके दिमाग के पीछे छपती है.

इसका जवाब ये भी है कि कैमरे का लेंस भले ही गोल होता है, लेकिन उसका सेंसर चौकोर ही होता है. अगर कैमरे का लेंस चौकोर बनाया जाता तो फोटो किनारों से धुंधली आती. इसीलिए दुनिया के किसी भी कैमरे का लेंस गोल इसलिए बनाया जाता है. ताकि फोटो का प्रिंट बेहतर क्वालिटी में आ सके.