आखिर क्यों नमक डालने से मर जाती है जोंक – जानें कारण

जोंक एक ऐसा कीड़ा है जो अगर त्वचा पर पकड़ बना ले तो इंसान का खून चूस लेती है, यह एक मांसाहारी कीड़ा है जो जानवरों और इंसानों का खून चूस कर जीवित रहती है, इसे मारने के लिए नमक का इस्तेमाल किया जाता है । नमक डालने से यह मर जाती है, जोंक ज्यादातर गीली जगहों में पाया जाने वाला कीड़ा है, जो इंसानों सहित कई जानवरों का भी खून चूस लेती है।

लीच या जोंक एक तरह का heamophagic कीड़ा होता है और इसका साइंटिफिक नाम है हिरुडो मेडिसिनेलिस’, ये गीली और हरी भरी जगह में पाया जाने वाला कीड़ा है, किसी इंसान के शरीर में जोंक चिपक गई है तो नमक डालकर उसे बाहर निकाला जाता है, इसके पीछे का साइंटिफिक कारण यह है कि नमक में पानी को सोखने की शक्ति होती है, क्योंकि जोक के शरीर की त्वचा बहुत सेंसिटिव होने के साथ ही पानी से बनी होती है,नमक इस पानी को खींच लेता है।

यह प्रक्रिया पूरी तरह से रासायनिक है। प्रक्रिया को ऑस्मोटिक प्रेशर (osmotic pressure) कहते हैं, इस प्रक्रिया के जरिए नमक जोंक के शरीर से पूरा पानी खींच लेता है और जोंक के शरीर की कोशिकाएं काम करना बंद कर देती हैं,जिससे उसकी मौत हो जाती है। इसका चिकित्सा के क्षेत्र में भी काफी काम होता है क्योंकि जोंक खून को चूसती है, शरीर से गंदा खून चूस कर डेड सेल्स को नष्ट करती है। जलौका पद्धति में जोंक की मदद से कई बीमारियों का इलाज किया जाता है।