आखिर भारत का नक्शा किसने बनाया था? जान लीजिए भविष्य में बहुत काम आएगा..

डेस्क : किसी भी देश या क्षेत्र को सही तरीके से जानना हो तो नक्शा देखना एक बेहतर विकल्प है। नक्शे के मुताबिक आप उस क्षेत्र को सही ढंग से जान सकते हैं। नक्शा में प्राकृतिक और राजनीतिक क्षेत्रों को बेहतरीन ढंग से दर्शाया जाता है। नक्शा का इतिहास बहुत पुराना रहा है। ऐसे में आपके मन में कभी ना कभी सवाल जरूर आया होगा कि नक्शा किसने बनाया। हालांकि इसकी कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं है। लेकिन भारत का पहला नक्शा किसके द्वारा बनाया गया था। यह कई अभिलेखों के माध्यम से पता चलता है।

बता दें, भारत के पहले मानचित्र के बारे में कई रिसर्च और दावे किए गए, लेकिन अभी इस प्रश्न का कोई सटीक उत्तर नही मिल पाया। लेकिन कुछ बड़े बड़े लोगों का उल्लेख भारत मानचित्र निर्माण में किया जाता है। जिन्होंने समय समय पर मानचित्र में अपना सहयोग देकर निर्माण किया है। तो आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।

इरेटोस्थनीज (Eratosthenes) : पहला नाम एराटोस्थनीज का है। उन्हें भारत का पहला नक्शा बनाने का आदेश दिया गया था। एराटोस्थनीज को भूगोल का जनक कहा जाता है। यह आदेश यूनान के राजा सिकंदर ने दिया था। जिसके बाद उन्होंने 300 ई. में भारत का नक्शा तैयार किया।

हेकाटेयस (Hecateus) : इसके बाद 550-476 ईसा पूर्व में हेकेटस ने भारत का नक्शा बनाया। जिसमें भारत शब्द का प्रयोग किया गया था। इस काम के लिए उन्होंने “जैक विलियम लैम्बटन” को नियुक्त किया, जो ब्रिटिश सेना के ज्यामिति विशेषज्ञ थे। 18 साल तक काम करने के बाद भी वह भारत के एक तिहाई हिस्से का नक्शा नहीं बना पाए।

जॉर्ज एवरेस्ट (George Everest) : अब बात बात करते हैं जॉर्ज एवरेस्ट की। इन्होंने भारत के नक्शे का निर्माण किया। आपको बता दें, जॉर्ज एवरेस्ट ने त्रिकोणमिति की सरल विधि से एवरेस्ट की ऊंचाई नापी। जिसकी हाइट करीब 99.75% सटीक थी। इसलिए जॉर्ज एवरेस्ट के नाम पर दुनिया की सबसे ऊंची चोटी का नाम माउंट एवरेस्ट रखा गया।