आखिर कैसे बने RTO officer? जानें योग्यता, जिम्मेदारियां और वेतन..

डेस्क : क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय एक सरकारी तंत्र विभाग है जो वाहनों के रजिस्ट्रेशन से लेकर ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने, सभी वाहनों का बीमा और परिवहन वाहनों को फिटनेस सर्टिफिकेट आदि जारी करने का काम करता है. ये इन सभी के लिए एक RTO ऑफिसर जिम्मेदार होता है. इसे देश के सबसे प्रतिष्ठित सरकारी विभागों में से एक माना जाता है. कई उम्मीदवार आरटीओ अधिकारी बनने के सपना भी देखते हैं. आइए जानते हैं एक RTO ऑफिसर बनने के लिए क्या क्या योग्यता चाहिए, उनका क्या क्या काम होता है, मासिक वेतन आदि.

कौन बन सकता है RTO ऑफिसर? सबसे पहले किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से किसी भी विषय में बैचलर डिग्री प्राप्त करी हो. इससे संबंधित पद के लिए डिप्लोमा कोर्स किया हो. RTO भर्ती के लिए सभी चरणों में पास होना भी जरूरी. लोअर ग्रेड ऑफिसर जैसे असिस्टेंट RTO या मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (MVI) पद नौकरी प्राप्त करनी होगी. लोअर ग्रेड पर कुछ साल काम करके अनुभव प्राप्त करने के बाद रिजनल ट्रांसपोर्ट अफसर यानी RTO ऑफिसर बना सकता है.

आयु सीमा : सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा 21 वर्ष से 30 वर्ष तक है, OBC कैटेगरी के लिए 21 वर्ष से 33 वर्ष तक है और SC या ST कैटेगरी के लिए आयु सीमा 21 वर्ष से 37 वर्ष तक की है.

RTO ऑफिसर भर्ती प्रक्रिया : RTO ऑफिसर भर्ती प्रक्रिया स्टेट सर्विस कमीशन द्वारा आयोजित की जाती है जिसमें मुख्य तौर पर 3 चरण होते हैं. पहले चरण में लिखित परीक्षा, दूसरे चरण में फिटिनेस टेस्ट अथवा मेडिकल टेस्ट और तीसरे चरण में साक्षात्कार राउंड आयोजित किया जाता है.