Sudha Milk : आप भी ले सकते है सुधा दूध का बूथ, जमकर होगी कमाई, जानें- पूरा प्रोसेस….

Sudha Milk : बिहार में अब सुधा कंपनी के दूध और अन्य प्रोडक्ट की बिक्री बढ़ाने के लिए नए बूथ खोले जा रहे हैं। अब इनकी बिक्री बढ़ाने के लिए प्रखंड और नगर निकायों में सुधा दूध के बूथ (Sudha Milk Booth) खोले जायेंगे। अब पूरे बिहार राज्य में 534 सुधा दूध के बूथ खोले जायेंगे। अब तक 50 फीसदी केंद्र स्थायी है जबकि 458 बूथ पर बिक्री की जा रही है।

अब खुदरा बिक्री के माध्यम से लोग सुधा के दूध और अन्य उत्पादों की खरीद कर रहे है। पशुपालन विभाग की मीटिंग में सामने आया है कि अभी ज्यादातर बूथ शहरी इलाकों में ही है, जो जिला या अनुमंडल स्तर पर है,लेकिन अधिकांश प्रखंड मुख्यालयों में सुधा का बिक्री केंद्र नहीं हैं।

क्राइसिस में भी नहीं कम होती मांग

बिहार के जिन प्रखंडों में सुधा दूध के बूथ (Sudha Milk Booth) नहीं है पहले वहां उनकी ओपनिंग होगी। इसके बाद हर नगर निकाय और प्रखंड में आबादी को देखते हुए उनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। दूध के व्यवसायियों का मानना है.

कि चाहे कितनी भी क्राइसिस आ जाए लेकिन दूध की मांग में कभी भी कमी नहीं आती है। सुधा के दूध और अन्य उत्पाद की डिमांड बढ़ने के साथ ही खपत में भी बढ़ोतरी हो रही है। देश में सुधा के अलावा मदर डेयरी, अमूल, पारस और मेधा जैसे कई ब्रांड्स के बूथ मौजूद हैं।

पहले दिन से ही कमाई शुरू

अगर आप कोई भी डेयरी व्यवसाय खोलते हैं तो इसमें पहले दिन से ही कमाई शुरू हो जाती है। अगर सुधा डेयरी (Sudha Milk Booth) के प्रोडक्ट की बात करें, तो इसमें दूध, दही, घी, पनीर और आइसक्रीम समेत अब मिठाई भी मार्केट में आ गई है। खास तौर पर कोई त्यौहार या पर्व के समय सुधा के दूध की मांग बढ़ जाती है।

बिहार में दूध उत्पादन और डिमांड में बढ़ोतरी

पहले बिहार राज्य में हर साल 58 लाख मीट्रिक टन दूध का उत्पादन होता था जो अब बढ़कर 121 लाख मीट्रिक टन हो चुका है। अब भूमि पर आधारित अर्थव्यवस्थाओं को देखते हुए विभाग ने भी बढ़ोतरी का लक्ष्य रखा है और नई योजनाओं का विस्तार किया जा रहा है।पशुपालकों को बहुत दुधारू गाय उपलब्ध कराने की योजना भी शुरू की गई है। इसके अलावा दूध की बिक्री में वृद्धि लाने के लिए समितियों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।

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